नई दिल्ली: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की जंग लड़ रहे योद्धाओं के लिए बुरी खबर सामने आई है. स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 50 लाख का बीमा कवर को केंद्र सरकार ने वापस ले लिया है. बीमा योजना के तहत कोरोना की ड्यूटी में मौत होने पर हेल्थकेयर वर्कर्स के परिवार वालों को राशि मिलती है. बीते महीने भेजे गए एक सर्कुलर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के खत्म होने के बारे में सूचित किया. हालांकि, 50 लाख रुपए का बीमा योजना के खत्म होने का वक़्त 24 अप्रैल है, इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि उनको नया बीमा कवर दिलाने के लिए अभी नई बीमा कंपनी से बात की जा रही है. मंत्रालय के अनुसार, गरीब कल्याण पैकेज के तहत हेल्थकेयर वर्कर्स 24 अप्रैल तक पुरानी बीमा कंपनी से दावे का निबटारा कर सकेंगे. उसके बाद स्वास्थय कर्मियों के लिए एक नई बीमा कंपनी बीमा कवर उपलब्ध कराएगी. पिछले महीने स्वास्थ्य मंत्रालय के सर्कुलर में बताया गया है कि बीमा कवर 24 मार्च को खत्म हो गया और मात्र 287 दावों का अब तक भुगतान किया गया है. कोरोना वायरस के मोर्चे पर लड़ रहे वर्कर्स के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज का गत वर्ष मार्च में एलान किया गया था. शुरू में पहले बीमा योजना की अवधि 90 दिनों के लिए लागू किया गया, लेकिन बाद में बढ़ाकर एक साल के लिए कर दिया गया. इसका उद्देश्य हेल्थकेयर वर्कर्स के परिवार वालों को वित्तीय सुरक्षा देना था. कोरोना की ड्यूटी में मौत हो जाने पर हेल्थकेयर वर्कर्स को 50 लाख बीमा कवर मिलता है. हर दिन वैक्सीनेशन प्रक्रिया में आ रही गिरावट, कारण सिर्फ एक... वैक्सीन की तीसरी डोज लोगों की सुरक्षा में होगा महत्वपूर्ण: स्वास्थ्य विशेषज्ञ बैठक के दौरान बोले पीएम मोदी- कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण है सबसे बड़ा हथियार