नई दिल्ली: देश में कोरोना संक्रमण के मामलों में हल्की गिरावट जरूर देखी गई है, किन्तु अभी महामारी से पूरी तरह राहत नहीं है। ऐसे में हर भारतीय उम्मीद लगाए बैठा है कि सरकार हर किसी को कोरोना का टीका लगाएगी। यदि आप भी यही सोच रहे हैं, तो आप गलत है। दरअसल, सरकार ने मंगलवार को एक बयान जारी करते हुए साफ़ कर दिया है कि कोरोना का टीका देश की पूरी आबादी को नहीं लगेगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने मीडिया से चर्चा करते हए कहा कि, मैं साफ़ कर देना चाहता हूं कि सरकार ने कभी ऐसा नहीं कहा कि पूरे देश को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि जरूरी है कि हम ऐसे वैज्ञानिक मुद्दों पर चर्चा करें, जो सिर्फ तथ्यात्मक जानकारी पर आधरित हों। भूषण ने कहा कि भारत में औसत दैनिक सकारात्मकता दर 3.72 फीसद है और प्रति मिलियन 211 मामलों के साथ भारत सभी बड़े देशों में प्रति मिलियन गिनती के मामले सबसे कम हैं। वहीं, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के महानिदेशक प्रो. बलराम भार्गव का कहना है कि सरकार का टारगेट पहले जनसंख्या के एक बड़े पैमाने का टीकाकरण करके वायरस की कड़ी को तोड़ना है। उन्होंने कहा कि यदि हम थोड़ी आबादी को वैक्सीन लगाकर कोरोना ट्रांसमिशन रोकने में कामयाब होते हैं तो शायद पूरी आबादी को वैक्सीन लगाने की आवश्यकता ही न पड़े। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि वैक्सीन के बारे में लोगों में मौजूद भ्रम को दूर करना केंद्र और राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। कोरोना संक्रमित पाए गए सनी देओल, अमिताभ ने दी जानकारी शिवसेना में शामिल हुई उर्मिला मातोंडकर, कंगना पर किया वॉर कजाखस्तान के राष्ट्रपति अगले साल करेंगे भारत की यात्रा