नई दिल्ली: कोरोना महामारी के बाद भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने में सरकार पूरी ताकत से जुट गई है. पिछले दिनों खुद पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना ने राष्ट्र को आत्मनिर्भर बना दिया है और अब वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर का कहना है कि सरकार कोरोना के कहर के बाद भारत को अगला मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहती है. दरअसल, कोरोना के कारण पूरी दुनिया में आर्थिक गतिविधियां भी थम गई हैं. किन्तु इस बीच भारत निवेश के लिए एक शानदार विकल्प बन सकता है. बड़े अर्थशास्त्री भी कह रहे हैं कि भारत के पास बड़ा अवसर है और भारत को इसे भुनाना चाहिए. अगर भारत इस मौके को भुनाता है तो आने वाले सालों में चीन की आर्थिक ताकत कमजोर होगी और उसके एकछत्र कारोबार पर लगाम लगेगी. अनुराग ठाकुर शनिवार को फेडरेशन ऑफ तेलंगाना चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FTCCI) के सदस्यों और तेलंगाना के उद्योग जगत के दिग्गजों से चर्चा कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार देश को पसंदीदा निवेश बनाने के लिए श्रम कानूनों को सशक्त बना रही है. उन्होंने कहा कि अब तक कोरोना वायरस के खिलाफ जंग सफल रही है. दुनिया भर की कंपनियों को अपनी व्यापार नीति से आकर्षित करने के लिए भारत पूरी तरह तैयार है. अनुराग ठाकुर की मानें तो सरकार द्वारा निवेश को आकर्षित करने के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं, और अभी भी इस पर काम तेजी से चल रहा है. Video: सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बदल डाला रिक्शे का डिजाइन, आनंद महिंद्रा ने दिया जॉब का ऑफर दुनिया में सबसे ज्‍यादा वेतन पाने वाले अधिकारी बने सुन्दर पिचाई, सैलरी जानकार घूम जाएगा दिमाग लॉकडाउन : 164 स्विट्जरलैंड नागरिकों की हुई घर वापसी, यहां से भरी उड़ान