नईदिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री अरूण जेटली ने बैंक्स के बिजनेसमैन्स का कर्ज माफ करने की बातों को नकार दिया है। उनका मत था कि, इस तरह की अफवाह उड़ाई जा रही है कि उद्योगपतियों के कर्ज को माफ कर दिया गया है। अपने एक ब्लाॅग में केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने लिखा है कि, इस मामले में अफवाहें उड़ाई जा रही हैं। ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है। सरकार का कहना है कि, किसी भी बड़े एनपीए डिफाॅल्टर के कर्ज को माफ नहीं किया गया। केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली ने ब्लाॅग लिखा, और कहा कि, अब तो वह समय आ गया है, जब देश को विभिन्न तथ्यों की जानकारी मिल जाएगी। उनका यह भी कहना था कि, इस मामले में सवाल किए जाने चाहिए। ट्वीट के माध्यम से, उन्होंने जानकारी दी कि, इन्साॅल्वेंसी ऐंड बैंकरप्ट्सी कोट के अंतर्गत डिफाॅल्टर्स से रिकवरी की जाना चाहिए। ये 12 डिफाॅल्टर हैं। इस मामले में उनका सवाल था कि, वर्ष 2008 से वर्ष 2014 के बीच सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक द्वारा कर्ज बांटे गए थे। ये कर्ज अब एनपीए में परिवर्तित हो गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि, बैंक्स को मजबूत बनाने के लिए, उन्हें पूॅंजी प्रदान की गई है। बैंकिंग में हालात बदल गए हैं। इस मामले में जानकारी सामने आई है कि, लगभग 4 लाख 54 हजार 466 करोड़ रूपए के कर्ज की श्रेणी रखी जाना चाहिए थी। आतंकियों के खिलाफ जेटली की हुंकार अब जीएसटी के खिलाफ बोले सिद्धू चुनावी बॉन्ड से अंजान, प्रमुख संस्थान