नई दिल्ली: सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया को लेकर सरकार असमंजस में है. केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को कहा कि अब एयर इंडिया का पूरी तरह से विनिवेश कर दिया जाएगा या फिर उसे बंद कर दिया जाएगा. हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि जल्द ही एयर इंडिया के विनिवेश के लिए वित्तीय बोलियां आमंत्रित की जाएंगी. पुरी ने कहा कि सरकार के सामने अब सिर्फ दो ही विकल्प हैं- या तो एयर इंडिया को प्राइवेटाइज किया जाए या फिर उसे बंद कर दिया जाए. बता दें कि काफी समय से सरकारी एयरलाइन कंपनी आर्थिक संकट का सामना कर रही है. सरकार एयर इंडिया में अपनी पूरी 100 फीसद हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही है. हरदीप सिंह पुरी ने अपने बयान में कहा कि हमने फैसला किया है कि एयर इंडिया का 100 फीसद विनिवेश होगा. उन्होंने आगे कहा कि विनिवेश और गैर-विनिवेश के बीच विकल्प नहीं है. हालांकि, एयर इंडिया अब पैसा बना रही है, किन्तु अभी हमें रोज़ 20 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. कंपनी पर अब तक 60,000 करोड़ रुपये का ऋण बकाया हो चुका है. बता दें कि 2007 में इंडियन एयरलाइंस के साथ विलय के बाद से ही एयर इंडिया नुकसान में चल रही है. निजीकरण पर विमानन मंत्री का बड़ा बयान, कहा-"विनिवेश या बंद ' के बीच विकल्प..." भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम ने यूपीआई लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए जारी किए नए दिशानिर्देश बीपीसीएल ने निजीकरण से पहले इस रिफाइनरी में बेची अपनी पूरी हिस्सेदारी