नईदिल्ली। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने सिजेरियन आॅपरेशन को लेकर कहा है कि यदि आॅपरेशन का कोई महत्वपूर्ण कारण नहीं है और फिर भी चिकित्सक ऐसा करते हैं तो उनका नाम जारी करना चाहिए। ऐसे में उन्हें शर्मिंदा किया जाना चाहिए। जिससे वे आॅपरेशन से डिलिवरी करवाने के लिए अधिक प्रेरित न हों। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा को इस मामले में उन्होंने एक पत्र लिखकर कहा है कि चिकित्सालयों में सिजेरियन आॅपरेशन में बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से अपील की कि सिजेरियन आॅपरेशन सी सेक्शन के माध्यम से पैदा होने वाले बच्चों की जन्मदर की जानकारी दी जाए। मिली जानकारी के अनुसार मेनका गांधी एक वेबसाईट change.org की अपील को लेकर अपना उत्तर दे रही थीं। गौरतलब है कि इस माध्यम से करीब 1 लाख से भी अधिक लोगों ने याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं। केंद्रीय मंत्री ने स्वास्थ्य मंत्री नड्डा को पत्र लिखकर मांग की है कि जो स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ जरूरत न होने पर भी मरीज का आॅपरेशन करते हैं तो ऐसे में उनका नाम लिया जाना चाहिए। देश में आॅपरेशन से डिलीवरी करवाने के मामले बढ़ रहे हैं और ऐसे में जहां चिकित्सा सुविधा का खर्च अधिक आता है वहीं महिलाओं को अधिक केयर की आवश्यकता होती है। एक रिपोर्ट में बताया गया कि तेलंगाना में 58 प्रतिशत बच्चों का जन्म आॅपरेशन से हुआ था। चेंज डाॅट ओआरजी पर सिजेरियन डिलीवरी को लेकर इस तरह की अपील करने वाली सुभर्णा घोष का कहना था कि यदि इस तरह की डिलीवरी की दर बताई जाए तो फिर महिलाओं को अन्य विकल्पों को अपनाने में सहायता मिलेगी। गुजरात की लड़की ने किया खुलासा, सऊदी अरब में क्या होता है लड़कियों के साथ हुआ कुछ ऐसा जब बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने बजाई बांसुरी