जम्मू; हाल ही में केंद्र सरकार जम्‍मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म होेने के बाद अभी की हालात दिखाने विदेशी राजनयिकों को कश्मीर ले जाएगी. जम्मू-कश्मीर को लेकर पाकिस्तान दुनियाभर में झूठ फैलाने की हर कोशिश कर रहा है. जंहा इस बात की जानकारी हो कि केंद्र शासित प्रदेश के जमीनी हालात से दुनिया को जानकारी कराने और पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करने के लिए भारत सरकार ने यह फैसला किया है. जंहा इससे पहले अक्टूबर में यूरोपीय यूनियन के सांसदों का एक दल जम्मू-कश्मीर गया था. वहीं इन्होंने अलग-अलग समूहों और संगठनों के सदस्यों से मुलाकात की थी और डल झील में शिकारे का लुत्फ भी उठाया था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मालूम हो कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने और राज्य के पुनर्गठन के बाद भारत सरकार पहली बार विदेशी राजनयिकों को कश्मीर ले जाने की तैयारी में है. जंहा हालांकि, दो- तीन देशों के अलावा किसी ने उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया है. अब सरकार विदेशी राजनयिकों को ले जाकर संदेश देना चाहती है कि कश्मीर में हालात पूरी तरह सामान्य हैं. आपकी जानकरी केलिए हम आपको बता दें कि सरकार ने 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर दिया था. गौरतलब है कि इससे पहले अक्टूबर में यूरोपीय यूनियन के सांसदों का एक दल जम्मू-कश्मीर गया था. जंहा इन्होंने अलग-अलग समूहों और संगठनों के सदस्यों से मुलाकात की थी और डल झील में शिकारे का लुत्फ भी उठाया था. हालांकि, यह दौरा निजी था. लेकिन वहां जाने से पहले सांसदों के 23 सदस्यीय दल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनएसए अजीत डोभाल से मुलाकात की थी. उत्तर प्रदेश : प्लेटफार्म पर महिला ने दिया नवजात को जन्म, रेलवे स्टेशन पर नहीं मिली कोई चिकित्सा सुविधा प्रेमी ने दी तेज़ाब फेंकने की धमकी तो युवती ने लगा लिया ज़हर का इंजेक्शन, लेकिन... शर्मनाक: हॉस्पिटल का बिल नहीं भर पाए दंपत्ति तो डॉक्टर ने बेच डाला बच्चा....