भारतीय कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम, CERT-In ने Google Chrome के उपयोगकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। अपने नवीनतम भेद्यता नोट, CIVN-2024-0170 में, साइबर सुरक्षा अनुसंधान टीम ने कई खामियों के बारे में जानकारी प्रदान की है। टीम ने कहा है कि हैकर्स इन कमजोरियों का फायदा उठाकर उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा से समझौता कर सकते हैं और उनके उपकरणों पर पूर्ण नियंत्रण प्राप्त कर सकते हैं। प्रतिक्रिया टीम के निष्कर्षों में हीप बफर ओवरफ्लो में खामियां पाई गईं प्रतिक्रिया टीम ने हीप बफर ओवरफ्लो के एंगल और डॉन दोनों तरीकों में इन खामियों की पहचान की। यह भेद्यता तब होती है जब कोई प्रोग्राम मेमोरी के आवंटित क्षेत्र में बहुत अधिक सक्रिय दिखाई देता है। इससे प्रोग्राम क्रैश हो सकता है या हैकर्स को आपके ब्राउज़र में कोड इंजेक्ट करने और नियंत्रण लेने की अनुमति मिल सकती है। टीम द्वारा शेड्यूलिंग दोष की पहचान की गई इसके अलावा, टीम को शेड्यूलिंग में एक खामी मिली। ऐसा तब होता है जब कोई प्रोग्राम मेमोरी के एक हिस्से को डी-एलोकेट करता है और बाद में उसका इस्तेमाल करने की कोशिश करता है। इसके परिणामस्वरूप प्रोग्राम क्रैश हो सकता है या हैकर्स को अप्रत्याशित कोड निष्पादित करने की अनुमति मिल सकती है। CERT-In के अनुसार, अगर हैकर्स इन खामियों का फायदा उठाते हैं, तो वे यूजर के सिस्टम पर पूरा नियंत्रण कर सकते हैं। इसमें डेटा चोरी, मैलवेयर इंस्टॉल करना या दूसरे कंप्यूटर पर हमला करना शामिल है। CERT-In की सिफारिशें इस खतरे को कम करने के लिए, CERT-In ने Google Chrome उपयोगकर्ताओं को अपने ब्राउज़र अपडेट करने की सलाह दी है। इसके अतिरिक्त, Google ने इन कमज़ोरियों को ठीक करने के लिए पैच जारी किए हैं। Windows और Mac के लिए संस्करण 125.0.6422.76/.77 और Linux के लिए संस्करण 125.0.6422.76 ने इन खामियों को दूर किया है, जिसके लिए उपयोगकर्ताओं को तुरंत अपडेट करने की आवश्यकता है। भारत में लॉन्च होने से पहले लीक हुए पोको के पहले टैबलेट के फीचर्स, जानिए क्या होगा खास एमजी नई कार: सनरूफ, 360 डिग्री कैमरा और शानदार लुक के साथ आएगी एमजी एस्टर फेसलिफ्ट टीवीएस आईक्यूब ने लॉन्च किया नया इलेक्ट्रिक स्कूटर, जल्द शुरू होगी नए मॉडल्स की डिलीवरी