ईरान। ईरान में भारत की सहायता से तैयार हुए चाबहार बंदरगाह का रविवार को शुभारंभ हुआ। बंदरगाह का लोकार्पण ईरान के राष्ट्रपति डाॅ. हसन रोहानी ने किया। इस बंदरगाह के माध्यम से भारत, मध्यपूर्व और मध्यएशिया के साथ योरप से जुड़ सकेगा। वर्ष 1947 में भारत विभाजन के बाद भारत भौगोलिक तौर पर विश्व से अलग हो गया था। अब इस दूरी को बंदगाह के सफर से तय किया जा सकेगा। गौरतलब है कि चाबहार बंदरगाह भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। इसका शुभारंभ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की ईरान यात्रा के 24 घंटे में हुआ है। इस मौके पर भारत के जहाजरानी राज्यमंत्री पी राधाकृष्णन के साथ भारतीय दूतावास व विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। जानकारी सामने आई है कि, भारत पोर्ट के साथ विशेष आर्थिक क्षेत्र विकसित करना चाहता है। सड़क,राजमार्ग और जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि, भारत की योजना चाबहार में कुल दो लाख करोड़ रुपए निवेश करने की है। इस बंदरगाह का व्यापारिक और सामरिक महत्व है। दरअसल इस मार्ग से अफगानिस्तान और मध्य एशिया के बीच व्यापार आसान होगा और भारतीय कंपनियां इस रास्ते से अपना कारोबार कर सकेंगी। अब भारत को कारोबार के लिए पाकिस्तान होकर नहीं जाना होगा। जानकारी सामने आई है कि, अरब सागर में पाक ने ग्वादर बंदरगाह के विकास के जरिए चीन को भारत के खिलाफ बड़ा, सामरिक ठिकाना मुहैया कराया है। एक बेबी की मॉम है ये मॉडल करती है सेक्सी तस्वीरें अपलोड बिना पेंटी नजर आई ये प्लस साइज मॉडल लग रहीं है सेक्सी 2nd DAY : भारत के 536 रन के जवाब में श्रीलंका 131/3