जयपुर: काफी समय से शांत पड़े राजस्थान में धौलपुर के बीहड़ों में बुधवार (1 फ़रवरी) को एक बार फिर बंदूकों की तड़तड़ाहट गूंजी. एक ओर कुख्यात डकैत केशव गुर्जर के दो साथी नरेश गुर्जर और बंटी पंडित थे, तो दूसरी तरफ करीब 30 फीट ऊंचे बंकरनुमा स्ट्रक्चर में उन्हें घेर कर खड़े पुलिसकर्मी. लगभग 40 राउंड गोलीबारी के बाद पुलिस ने इन दोनों डकैतों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर कर दिया. यह घटना सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र के मड़पुरा के बीहड़ों में मंगलवार शाम की है. पुलिस इस मुठभेड़ में गिरफ्तार किए गए दोनों डकैतों से पूछताछ कर रही है. धौलपुर पुलिस के अनुसार, यह दोनों डकैत सवा लाख रुपये के इनामी डकैत केशव गुर्जर के एनकाउंटर के दौरान फरार होने में सफल हो गए थे. उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही डकैत केशव गुर्जर के साथ डांग क्षेत्र में पुलिस एनकाउंटर हुआ था. दस वर्षों से फरार चल रहे इस सवा लाख के इनामी डकैत को डांग पहाड़ियों से पुलिस ने पैर में गोली मारकर अरेस्ट कर लिया था. मगर, इस दौरान उसका छोटा भाई डकैत नरेश गुर्जर अपने एक साथी बंटी पंडित के साथ भागने में कामयाब हो गया था. पुलिस इन दोनों बदमाशों की खोजबीन कर रही थी. इसी बीच मंगलवार की सुबह खबर मिली कि यह दोनों बदमाश मड़पुरा के आस-पास पहाड़ियों में छिपे हुए हैं. आनन फानन में धौलपुर पुलिस अधीक्षक ने CO बाड़ी मनीष कुमार की अगुवाई में टीम बनाकर भारी तादाद में पुलिस बल को रवाना कर दिया. मगर पुलिस के पहुंचने की भनक इन डकैतों को लग गई और अत्याधुनिक हथियार से गोलीबारी शुरू कर दी. पुलिस ने भी करीब दो घंटे तक जवाबी गोलीबारी की और आखिर में दोनों डकैतों को सरेंडर के लिए मजबूर कर दिया. नितीश कुमार को शिखंडी और भिखमंगा कहने वाले RJD विधायक के घर चोरी, नल-बल्ब तक नहीं छोड़े रेल बजट: 2009 से लेकर 2023 तक, साल दर साल कैसे बढ़ती गई 'भारतीय रेलवे' की रफ़्तार ! अयोध्या पहुंची 6 करोड़ साल पुरानी शालिग्राम शिलाएं, रामभक्तों ने पुष्पवर्षा से किया स्वागत