नई दिल्ली : गुजरात में पांच बार चुनाव जीत चुकी भाजपा के लिए इस बार कांग्रेस ने मुश्किलें खड़ी कर दी है .हिंदुत्व की प्रयोगशाला और विकास के कारण पिछले कई चुनाव जीत चुकी भाजपा को कड़ी टक्कर देने वाले राहुल गाँधी के पीछे जिस व्यक्ति का दिमाग है , वह कोई नहीं कांग्रेस के गुजरात प्रभारी और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत है.फ़िलहाल तो गुजरात में गहलोत चाणक्य की भूमिका में नजर आ रहे हैं. उल्लेखनीय है कि इस बार का गुजरात का चुनाव कांग्रेस के लिए इसलिए अहम है ,क्योंकि वह गत 27 साल से गुजरात में सत्ता से बाहर है.पिछले 20 वर्षों में वह पहली बार बीजेपी को टक्कर दे रही है. दूसरी खास बात यह है कि इस चुनाव के नतीजे 2019 के लोकसभा चुनाव की दिशा तय करेंगे. 2019 में लोकसभा के चुनाव होना है .दो दशकों से वेंटिलेटर पर पड़ी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में भी खूब उत्साह है. राहुल भी विजय का सेहरा बांधकर अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालना चाहते हैं. बता दें कि गुजरात में कांग्रेस के पास भरत सोलंकी, अर्जुन मोडवाड़िया और एमएलए शक्तिसिंह गोहिल जैसे नेता भी हैं, लेकिन ये नेता सिर्फ अपनी सीट निकालने तक ही सीमित हैं. सोनिया गाँधी ने राज्य का कांग्रेस प्रभारी अशोक गहलोत को बनाया हैं, ताकि वो राहुल गांधी के अच्छे मार्गदर्शक बन सके.गहलोत पिछले कई महीनों से गुजरात में डेरा डाले हुए हैं. कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने के लिए उन्होंने ऐसी व्यूह रचना की है जिसने बीजेपी की जीत को आसान नहीं रहने दिया है. यह भी देखें चंद उद्योगपतियों की है गुजरात सरकार - राहुल गुजरात में भाजपा को मिलेगी सफलता - नीतीश कुमार