चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा में गुरुवार को भारी हंगामा हुआ. सदन में धक्‍कामुक्‍की के साथ मार्शलों द्वारा विपक्षी विधायकों को सदन से घसीट कर निकालने के साथ ही सदन की कार्रवाई ठप होने जैसे दृश्य भी देखने को मिले. इसके बाद विपक्ष ने सदन का बहिष्कार कर दिया. बता दें कि इस हंगामें की शुरुआत बजट सत्र के लिए निलंबित आप विधायक सुखपाल सिंह खैहरा और लाेक इंसाफ पार्टी के सिमरजीत सिंह बैंस के विधानसभा में प्रवेश करने को लेकर हुआ . जब पुलिस ने उनको रोक दिया तो आप विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया. जब हंगामा ज्यादा ही बढ़ गया. सदन की कार्रवाई ठप्प हो गई .इसके बाद स्पीकर के निर्देश पर मार्शलों ने आप के विधायकों को घसीट-घसीट कर बाहर निकाला. इस दौरान आप के विधायक जय किशन रोडी की पगड़ी खुल गई.अाप के सहयोगी लोक इंसाफ पार्टी के विधायक बलविंदर सिंह बैंस को भी मार्शलों ने सदन से बाहर कर दिया. इस पर दोनों विधायक सदन के बाहर धरने पर बैठ गए. दोनों विधायक ने बुधवार को स्पीकर पर आरोप लगाते हुए कहा था कि स्पीकर राणा केपी के दामाद नाजायज माइनिंग कर रहे हैं. इस मामले को वह उठाना चाहते थे इसी कारण उन्‍हें सदन से सस्‍पेंड कर दिया गया. उल्लेखनीय है कि इसके बाद अकाली दल के विधायकों ने भी सदन का बहिष्कार कर नारेबाजी की. उन्‍होंने विपक्ष के प्र‍ति सत्‍तापक्ष के रवैये का विरोध किया और सदन से वाक आउट किया.सुखबीर बादल ने कहा एमएलए को अपना विरोध जताने का अधिकार है. ऐसे में इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है.स्पीकर डिक्टेटर की तरह व्यवहार कर रहे हैं. बाद में मीडिया से सुखबीर बादल ने कहा कि स्पीकर सबका सांझा होता है, लेकिन स्पीकर ने गुंडागर्दी शुरू कर दी है. अब, अकाली दल और भाजपा के लिए सदन में कोई स्पीकर नहीं है. अकाली दल और भाजपाअब स्पीकर को गुंडा केपी के नाम से पुकारेगी. सुखबीर ने कहा अब ये लड़ाई सड़क तक जाएगी. जब तक स्पीकर को हटाया नहीं जाता और स्पीकर उस गुरसिख से माफ़ी नहीं मांगते, अकाली और भाजपा विरोध करती रहेगी. यह भी देखें पंजाब सरकार का कर्जमाफी का एलान, किसानो का होगा कर्ज माफ़ पंजाब पुलिस से घिरने पर गैंगस्‍टरों ने की खुदकुशी