27 जुलाई की रात को सदी का सबसे लंबा चंद्रग्रहण पड़ने वाला है और बताया जा रहा है ये करीब 140 साल बाद लग रहा है. ज्योतिष के अनुसार ये ग्रहण 4 घंटे रक रहेगा. नासा के अनुसार ग्रहण के दिन मंगल भी पृथ्वी के काफी करीब आने वाला है. इतना ही नहीं ज्योतिषशास्त्री ने बताया है कि ये ग्रहण देश और दुनिया के लिए प्राकृतिक आपदा ला सकता है और कई दुर्घटना भी हो सकती है. इस चंद्रग्रहण में हैं ये खास बातें ये साल का दूसरा ग्रहण होने वाला है और बताया जा रहा है इतना ही लंबा और पूर्ण चंद्रग्रहण करीब 1700 साल पहले लगा था. उस समय भी चन्द्रमा ऐसा ही कुछ नज़र आ रहा था और इसके बाद अब ये अवसर मिला है. ज्योतिष ने बताया चंद्रोदय के पहले ही ग्रहण के सूतक लग चुके होंगे और उसके दौरान कोई शुभ काम नहीं किये जाते. इसके बाद चन्द्रग्रहण रात 11 बजकर 54 मिनट पर शुरू होगा ग्रहण का मध्यकाल रात 1 बजकर 54 मिनट पर होगा और 28 जुलाई को सुबह 3 बजकर 49 मिनट पर इसका समापन होगा. ग्रहण में बांके बिहारी के दर्शन को करना होगा बहुत इंतज़ार यह सबसे लंबा चंद्रग्रहण भारत के अलवा ऑस्ट्रेलिया, एशिया, अफ्रीका, यूरोपीय देशों व अंर्टाकटिका में भी देखा जा सकेगा जिसे आप अपनी नग्न आँखों से देख सकते हैं. इतना ही नहीं ये साल का दूसरा बलूडमून होने वाला है जो एक बार फिर उसी रूप में दिखाई देगा जैसा जनवरी में दिखाई दिया था. इस समय चांद बेहद खूबसूरत लगता है. इसे आप खुले मैदान देख सकते हैं जो आसानी से दिखाई देगा लेकिन अगर आप टेलिस्कोप से देख रहे हैं तो आप सोच भी नहीं सकते ये चाँद कितना खूबसूरत होने वाला है. और भी जानें.. इस समय लगेगा चंद्रग्रहण का सूतक ना करें ऐसे काम