मेरठ: भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और अन्य दलों के गठबंधन में भीम आर्मी रोढ़ा नहीं बनेगी, बल्कि गठबंधन से छूटे अन्य छोटे दलों को भी गठबंधन में शामिल करने की कोशिश करेगी. मेरठ में शनिवार को आयोजित बहुजन समाज भाईचारा बैठक में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर उर्फ रावण ने हिस्सा लिया था. कर्नाटक :रिसोर्ट में भिड़े कांग्रेस के दो विधायक, एक ने दुसरे के सिर पर मारी बोतल बैठक के बाद चंद्रशेखर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्र व राज्य सरकार तानाशाहों की सरकार करार दिया है. उन्होंने कहा है कि भीम आर्मी ओबीसी समाज के हित के लिए कार्य कर रही है. उन्होंने कहा है कि जहां भी ओबीसी का पसीना गिरेगा, वहां भीम आर्मी के कार्यकर्ता अपना खून बहा देंगे. राजनीति में वोटर को अहम् बताते हुए उन्होंने कहा है कि, यह वोटर को ही निर्धारित करना है कि आगामी 5 वर्ष वे पिटेंगे या पीटेंगे. मायावती के आगे झुकी राजस्थान सरकार, भारत बंद के दौरान दर्ज मामले हो रहे वापिस चंद्रशेखर ने स्पष्ट किया कि फिलहाल भीम आर्मी का चुनाव में उतरने का कोई अभिप्राय नहीं है. बहुजन समाज के प्रत्याशियों को भीम आर्मी पूरा समर्थन देगी. बहरहाल, चंद्रशेखर का यह बयान जहां बसपा गठबंधन के लिए राहत भरा साबित हो सकता है, वहीं, भाजपा और सहयोगी दलों को भीम आर्मी के इस बयान से बेचैनी बढ़ सकती है. आपको बता दें कि इससे पहले भी सहारनपुर में चंद्रशेखर सपा-बसपा गठबंधन के समर्थन का ऐलान कर चुके हैं. खबरें और भी:- जब बिहार के मंत्री खुर्शीद आलम ने लगाए 'जय श्रीराम' के नारे, सियासत में मचा भूकंप मैक्सिको: टूटी हुई पाइपलाइन में तेल चुराने पहुंचे लोग, अचानक हुआ धमाका और लग गया लाशों का ढेर कर्नाटक एक सियासी नाटक जारी, कांग्रेस के चार विधायकों का भाजपा में जाना पक्का