लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के बीच पंजाब के माझा में कांग्रेस के राजनीतिक समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं. अमृतसर के दो विधायकों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात की है. विधायक डॉ. राजकुमार वेरका और इंदर बीर सिंह बुलारिया मुख्यमंत्री से मिले चंडीगढ़ स्थित उनकी कोठी पर पहुंचे. हरियाणा में तेजी से बढ़ रहा वायरस, फिर 300 से अधिक मामलों की हुई पुष्टि आपकी जानकारी के लिए बता दे कि दोनों विधायकों की कैप्टन के साथ मुलाकात से माझा में कांग्रेस के बदल रहे राजनीतिक समीकरणों पर एक बार फिर चर्चा छिड़ गई है. विधानसभा चुनाव से पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने निकट विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों के बीच मजबूत तालमेल बनाकर माझा में अपनी स्थिति को मजबूत करने की कवायद कर रहे हैं. बता दे कि यह मुलाकात इसी कड़ी के रूप में देखी जा रही है. राजनीतिक वनवास झेल रहे पूर्व मंत्री नवजोत सिद्धू के आम आदमी पार्टी में शामिल होने की चर्चा के बाद मुख्यमंत्री माझा की कांग्रेस राजनीति के समीकरणों को अपने पक्ष में करने के लिए जुट गए हैं. क्योंकि डॉ. वेरका ही थे जिन्होंने दावा किया था कि सिद्धू के साथ उनकी बातचीत हुई है. सिद्धू कांग्रेस छोड़ कर दूसरी पार्टी में नहीं जा रहे हैं. गैस के कुएं में लगी भयानक आग, लपटों ने दो लोगों की ले ली जान इसके अलावा चर्चा है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह माझा में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए डॉ. राज कुमार को कोई पोर्टफोलियो दे सकते हैं. डॉ. राज कुमार इस समय बिना पोर्टफोलियो के मंत्री हैं. गत तीन वर्षों में डॉ. राजकुमार ने कैप्टन का हर मोर्चे पर साथ दिया है. नवजोत सिद्धू और इंदरबीर सिंह बुलारिया के बीच कभी राजनीतिक मतभेद रहे हैं. वही, जब नवजोत भाजपा सांसद थे, तब बुलारिया शिअद विधायक थे. बुलारिया शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल की चौकड़ी में शामिल थे. दोनों विधानसभा चुनाव से पहले अपनी-अपनी पार्टी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गए थे. चूंकि बुलारिया के पिता स्व. रमिंदर सिंह बुलारिया के कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ कभी बड़े नजदीकी संबंध थे, ऐसे में इसका लाभ इंदरबीर को मिला. भोपाल में 78 दिनों बाद खुली शराब की दुकानें, खरीदने के लिए उमड़ी भीड़ इस वजह से बैंकों में मास्क उतारकर खिचवाना होगा फोटो भाजपा की प्रचार रैली पर अखिलेश यादव ने कही यह बात