त्रिपुर भैरवी जयंती मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन किया जाता है, जो कि हिंदू पंचांग के मुताबिक, इस वर्ष 26 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन भक्त देवी भैरवी की पूजा-अर्चना करते हैं तथा उनकी कृपा और आशीर्वाद की कामना करते हैं। यह पर्व शक्ति की उपासना एवं देवी की महत्त को बताता है। इस दिन कई लोग मंदिरों में जाते हैं, पूजा करते हैं, मंत्रों का जाप करते हैं तथा दान भी करते हैं। माँ त्रिपुर भैरवी की पूजा उपासना करने से मनुष्य को सफलता, धन संपदा प्राप्ति के साथ सभी भव बंधन दूर हो जाते हैं। माँ त्रिपुर भैरवी की जयंती के दिन पूजा, मंत्र जप, हवन यज्ञ आदि कर्म करने से प्रसन्न होकर माता सारे दुख, क्लेश नष्ट हो जाते हैं। माँ त्रिपुर भैरवी बीज मंत्र:- माँ त्रिपुर भैरवी के बीज मंत्रों का जप करने से एक साथ अनेक संकटों से मुक्ति प्राप्त हो जाती है। इन मंत्रों का जप करने वाला अत्यधिक धन का स्वामी बनकर जीवन में काम, सौभाग्य एवं शारीरिक सुख के साथ आरोग्य का अधिकारी बन जाता है। साथ ही मनोवांछित वर या कन्या को जीवनसाथी के रूप में प्राप्त करता है। 1- ।। ह्नीं भैरवी क्लौं ह्नीं स्वाहा:।। 2- ।। ॐ ऐं ह्रीं श्रीं त्रिपुर सुंदरीयै नमः।। 3- ।। ॐ ह्रीं सर्वैश्वर्याकारिणी देव्यै नमो नम:।। साल की आखिरी एकादशी पर शुरू होंगे इन 6 राशियों के अच्छे दिन कब है वैकुंठ एकादशी? यहाँ जानिए शुभ महूर्त और पारण-समय गौहत्या और धर्मान्तरण रोकने के लिए छत्तीसगढ़ सीएम विष्णुदेव ने लोगों से की यह अपील