कोलकाता: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के सगोर दत्ता अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों और नर्सों ने एक मरीज के रिश्तेदारों द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने के बाद 'काम बंद करो' आंदोलन किया। इस घटना के बाद पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है, जो 30 वर्षीय महिला मरीज के परिवार के सदस्य हैं, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। बैरकपुर के पुलिस आयुक्त आलोक राजोरिया ने बताया कि शुक्रवार शाम को अस्पताल में डॉक्टरों और नर्सों पर हमले के आरोप में गिरफ्तार किए गए लोगों को बैरकपुर की अदालत में पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि अस्पताल के अधिकारियों से कई विशेष शिकायतें मिली हैं और इस मामले में सबूत के तौर पर अस्पताल का सीसीटीवी फुटेज जब्त कर लिया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या अन्य लोग भी इस हमले में शामिल थे। पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम ने अस्पताल का दौरा किया और वहां के डॉक्टरों और नर्सों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को सुरक्षा को लेकर चिंताएं थीं और उन्हें आश्वासन दिया गया है कि इस मामले में सुरक्षा के उपाय किए जाएंगे। घटना के बाद अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और निगरानी के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इस हमले में तीन जूनियर डॉक्टर, तीन नर्स और एक स्वास्थ्यकर्मी घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद रैपिड एक्शन फोर्स समेत बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को अस्पताल में तैनात किया गया है। यह घटना कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी महिला डॉक्टर के रेप और मर्डर के विरोध में जूनियर डॉक्टरों द्वारा हड़ताल खत्म करने के एक सप्ताह बाद हुई है। जूनियर डॉक्टरों ने 41 दिनों के विरोध प्रदर्शन के बाद अपनी हड़ताल वापस ली थी। MP में दुखद सड़क हादसा, दो वाहनों की भिड़ंत में 9 लोगों की मौत डॉक्टर के केबिन से 21 लाख उड़ाए, अस्पताल के पूर्व कर्मचारियों सहित 3 आरोपी गिरफ्तार 'बांग्लादेश जैसा न हो जाए भारत..', पदयात्रा शुरू करेंगे पंडित धीरेन्द्र शास्त्री