देहरादून: उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में 7-8 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना के चलते चारधाम यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है। गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तीर्थयात्रा को स्थगित करने के निर्णय की घोषणा की। मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए पांडे ने सभी श्रद्धालुओं से 7 जुलाई को ऋषिकेश से आगे चारधाम यात्रा पर न जाने का आग्रह किया है। जिन लोगों ने अपनी यात्रा शुरू कर दी है, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे सुरक्षित यात्रा के लिए मौसम की स्थिति में सुधार होने तक अपने वर्तमान स्थानों पर ही रहें। उत्तराखंड में हाल ही में हुई भारी बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन हुआ है, जिससे मलबा गिरने के कारण बद्रीनाथ जाने वाला राजमार्ग कई जगहों पर अवरुद्ध हो गया है। खतरनाक परिस्थितियों के कारण शनिवार को एक दुखद घटना हुई जिसमें हैदराबाद के दो तीर्थयात्रियों की जान चली गई। वे मोटरसाइकिल पर बद्रीनाथ से लौटते समय चमोली जिले के कर्णप्रयाग के चटवापीपल इलाके के पास भूस्खलन के दौरान चट्टानों की चपेट में आ गए। इसके अलावा उत्तराखंड की नदियां, जोशीमठ के पास विष्णु प्रयाग के पास अलकनंदा नदी सहित, खतरे के निशान के करीब बह रही हैं। विष्णु प्रयाग एक संगम स्थल है जहां अलकनंदा नदी धौली गंगा में मिलती है। अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं तथा मौसम की स्थिति स्थिर होने पर यह आकलन किया जाएगा कि चारधाम यात्रा कब पुनः शुरू करना सुरक्षित होगा। कांवड़ यात्रा के लिए सीएम योगी ने जारी किए सख्त निर्देश, CCTV और ड्रोन से होगी निगरानी ईरान के नए राष्ट्रपति बने हिजाब विरोधी मसूद पेजेशकियन, भारत में स्कूलों में भी पहनने की जिद जारी ! तमिलनाडु के बसपा अध्यक्ष की निर्मम हत्या, मायावती ने पुछा- दलित नेता के क़त्ल पर INDIA अलायन्स मौन क्यों ?