चंडीगढ़: भाजपा के मित्र से शत्रु बने और सरकार गिराने की कोशिश कर रहे दुष्‍यंत चौटाला को अपने झुंड की रक्षा करनी चाहिए, सूत्रों ने ऐसा संकेत दिया है। सूत्रों ने कहा कि तीन निर्दलीय विधायकों द्वारा भाजपा से समर्थन वापस लेने के बाद नायब सिंह सैनी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिशें चल रही हैं, लेकिन चौटाला के ही कुछ विधायकों ने आज दोपहर भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की। यह बैठक पानीपत में राज्य मंत्री महिपाल ढांडा के आवास पर हुई। जननायक जनता पार्टी (JJP) के चार विधायक दोपहर करीब दो बजे खट्टर और ढांडा के साथ आधे घंटे की बैठक में मौजूद थे। सूत्रों ने बताया कि नेताओं ने मौजूदा राजनीतिक संकट पर चर्चा की। मेजबान ढांडा ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। हरियाणा में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार इस सप्ताह की शुरुआत में संकट में पड़ गई थी, क्योंकि विधायक सोमबीर सांगवान (दादरी का प्रतिनिधित्व), रणधीर सिंह गोलेन (पुंडरी से) और धर्मपाल गोंदर (नीलोखेड़ी के) ने भाजपा सरकार को समर्थन देना बंद कर दिया था। इसके बाद चौटाला ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जहां उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ घोषणा की कि सरकार अल्पमत में आ गई है और अगर कांग्रेस सरकार बनाने का विकल्प चुनती है तो वह उन्हें बाहर से समर्थन देंगे। चौटाला ने राज्यपाल को पत्र लिखकर विधानसभा में शक्ति परीक्षण की मांग की है। लेकिन वहां उन्हें एक तकनीकी समस्या का सामना करना पड़ा - छह महीने की अवधि में सरकार के खिलाफ केवल एक अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है। यह देखते हुए कि कांग्रेस फरवरी में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी और मार्च में शक्ति परीक्षण हुआ था, विपक्ष के पास कोई विकल्प नहीं है। इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं - विधानसभा का कार्यकाल नवंबर में समाप्त हो रहा है। 'पीएम मोदी को तेलंगाना में वोट मांगने का कोई अधिकार नहीं..', ऐसा क्यों बोले सीएम रेवंत रेड्डी ? लाहौर एयरपोर्ट पर भड़की आग, हज उड़ान समेत कई इंटरनेशनल फ्लाइट्स प्रभावित घर-परिवार छोड़कर अख्तर अंसारी के साथ रह रही थी आदिवासी महिला, उसी ने कर डाली हत्या, शव दफनाते हुए धराया