नई दिल्ली : भारतीय पुरूष टीम के लिए विश्व टीम शतरंज चैम्पियनशिप का फाइनल और अंतिम दौर निराशाजनक साबित हुआ जिसमें उन्हें रूस से 1.5-2.5 से हारकर चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा। भारतीय टीम ने आठवें दौर में कठिन परिश्रम के बाद संयुक्त दूसरा स्थान हासिल किया था और 2-2 का नतीजा उन्हें कांस्य पदक और जीत रजत पदक दिला सकती थी। लेकिन दुर्भाग्य से हार से उन्होंने इस मौके को गंवा दिया। चाइना मास्टर्स : लक्ष्य सेन ने बनाई टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह ऐसा रहा पूरा मुकाबला सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय चैम्पियन अरविंद चिदम्बरम ने चौथे बोर्ड पर दिमित्री आंद्रेकिन को हराने का मौका गंवा दिया और ड्रा खेला। सूर्य शेखर गांगुली ने मशक्कत की लेकिन वह पेचीदा स्थिति का फायदा नहीं उठा सके और दूसरे बोर्ड में उन्होंने भी इयान नेपोमनियाच्ची से अंक बांटे। बी अधिबान ने शीर्ष बोर्ड पर सरगेई कारजाकिन से बाजी ड्रा की जबकि एसपी सेतुरमन तीसरे बोर्ड पर एलेक्सजैंडर ग्रिसचुक से हार गये जिससे भारत की पदक की उम्मीद टूट गयी जबकि टीम पहले दिन से पदक की दौड़ में चल रही थी। 2020 में अंडर-17 महिला फीफा विश्व कप की मेजबानी करेगा भारत जानकारी के लिए बता दें रूस ने एक दौर रहते ही स्वर्ण पदक जीत लिया था। इंग्लैंड ने रजत और चीन ने कांस्य पदक प्राप्त किया। वहीं इसी के साथ खेली जा रही महिलाओं की चैम्पियनशिप में चीन ने यूक्रेन को 3.5-0.5 अंक से हराकर लगातार नौंवी जीत हासिल की। क्राइस्टचर्च हमले की क्रिकेट जगत ने भी की कड़ी निंदा पक्ष में आये फैसले के बाद, श्रीसंत ने कही कुछ ऐसी बात क्राइस्टचर्च हमले पर विराट ने जताया दुःख, किया ऐसा ट्वीट