नई दिल्ली. बिहार में इस बार छठ पूजा के अवसर पर सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा दिया जा रहा हैं. छठ के लिए रिलीज किये गए गीतों में भी इसकी झलक देखने को मिल रही हैं. भोजपुरी सिंगर कल्पना पटवारी ने भी आपने गीतों के द्वारा सांप्रदायिक सौहार्द को दिखने की कोशिश की हैं. वही सिंगर आकांक्षा वर्मा की है. छठ के मौके पर 36 घंटे का निर्जला व्रत काफी महत्व रखता है. महापर्व छठ को दर्शकों तक पहुंचाने के लिए प्रवीण सिन्हा ‘निहोरा छठी माई के’ लेकर आए हैं. इस एल्बम में दिखाया गया है कि घर का एकमात्र बेटा, मुस्लिम बहू ले आया है तो मां को ऐसा लगता हैं कि उनके घर कि परंपरा ख़तम हो जाएगी. क्योंकि उनके बाद छठ करने वाला कोई नहीं होगा. लेकिन ऐसा नहीं होता हैं. मुस्लिम बहू ने धर्म की अपेक्षा अपने कर्तव्यों को ज्यादा तवज्जो दी. उसने यह महसूस किया की भगवान और अल्लाह में फर्क नहीं है! फर्क सिर्फ हमारी सोच तक सीमित है और इस तरह घर की बहू होने के नाते वह छठ की परंपरा को बरकरार रखना चाहती है. और उसके इस समर्पण को देखकर पूरा परिवार छठ मनाने में उसकी मदद करता है. यह वीडियो यूट्यूब पर खूब पसंद किया जा रहा है. छठ व्रतियों ने निकाले अर्घ्य के नए उपाय एप्पल ने पॉवरबाईप्रॉक्सी का किया अधिग्रहण बंद होगा आर कॉम का वायरलेस बिजनेस