रायपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि उनके पास जानकारी है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में Pegasus बनाने वाली कंपनी के अधिकारी यहां आए और कुछ लोगों से संपर्क किया था।। राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। उन्होंने पूर्व सीएम और भाजपा नेता रमन सिंह से कहा है कि वे खुलासा करें कि उनकी किनसे मुलाकात हुई और उन्होंने किस प्रकार का सौदा किया है। सीएम बघेल ने आगे कहा कि NSO समूह का कहना है कि वे सिर्फ सरकार के साथ कार्य करते हैं, भारत सरकार को यह बताना चाहिए कि उन्होंने उनके साथ सौदा किया है या नहीं। वे विपक्षी नेताओं, पत्रकारों और यहां तक कि मंत्रियों की भी जासूसी करवा रहे हैं। मकसद क्या था? इसकी जांच होनी चाहिए। इस मामले में पलटवार करते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने कहा कि, 'कई वर्षों के बाद भूपेश बघेल को सपना आता है कि 2017 में पेगासस के उपयोग की घटना हुई थी। सोनिया गांधी के एक फोन के बाद, वे आते हैं और कहते हैं कि फोन टैप किए गए और रिकॉर्ड जला दिए गए। ये झूठे और बेबुनियाद आरोप हैं।' वहीं, कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने बुधवार को पेगासस स्पाइवेयर का उपयोग कर राजनेताओं, पत्रकारों और अन्य लोगों की जासूसी करने के आरोपों की स्वतंत्र जांच की मांग की है। विपक्ष के हंगामे के चलते दो बार स्थगित हुई राज्यसभा, दैनिक भास्कर और Pegasus पर मचा बवाल 2020 में 1.5 साल कम हुई अमेरिकी जीवन प्रत्याशा 'जब तक कोरोना ख़त्म नहीं होगा, तब तक अन्न ग्रहण नहीं करूँगा...' योगी के मंत्री की प्रतिज्ञा