रायपुर: छत्तीसगढ़ के कई जिलों में इस वर्ष भी दीपावली को लेकर गोबर (Dung Diyas) और मिट्टी से निर्मित इकोफ्रेंडली दिए बनने का काम युद्धस्तर पर चल रहा है. इसके लिए कई महिला समूह काम कर रहे हैं, जिसकी तारीफ जिले के कलेक्टर ने भी की है. गत वर्ष कोरोना महामारी के कारण मची तबाही के बाद चाइनीज सामान को मात देने के लिए गोबर के दिए और प्रतिमाओं से मोटी कमाई हुई थी. इसे सरकार और प्रशासन की तरफ से भी जमकर सराहा गया था. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वोकल फॉर लोकर (Vocal For Local) को लेकर कई दफा बात कर चुके हैं. इसी तर्ज पर इस साल भी इसे बढ़ावा दिया जा रहा है. अब छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी दीपावली के पर्व पर कुम्हारों, स्व सहायता समूहों और छोटे कारीगरों को लेकर अहम आदेश दिया है. उन्होंने कहा कि उन सभी की सहायता के लिए कोई सरकारी शुल्क नहीं वसूला जाएगा. इस बाबत सभी जिला प्रशासन को सीएम बघेल ने निर्देश जारी कर दिए हैं. इसके साथ ही सीएम बघेल ने जनता से स्थानीय कारीगरों से दीपावली का सामान खरीदने का अनुरोध भी किया है. बता दें कि दिवाली का त्योहार आने वाला है और इस त्योहार से हजारों-लाखों लोगों का रोजगार भी जुड़ा हुआ है. ऐसे में छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने प्रशासन को निर्देश दिया है कि दीपावली के अवसर पर कुम्हारों, स्व-सहायता समूहों और छोटे कारीगरों से किसी भी किस्म का कोई कर या शुल्क न वसूला जाए. उन्होंने सभी ज़िला प्रशासन को निर्देश दिए है कि कारीगर और विक्रेताओं को पूर्ण सहयोग और सुविधा उपलब्ध कराई जाए. लालू प्रसाद की भाषा पर भड़की मीरा कुमार, बोली- गौरव किसी को गाली देने से नहीं बनता... सोनिया गांधी ने विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की बैठक की अध्यक्षता की Video: कश्मीर में दिखा अमित शाह का 'बेख़ौफ़' अंदाज़, मंच से हटवाई बुलेट प्रूफ शील्ड