कोरबा : यहां चार लोगों ने दो बार आत्महत्या का प्रयास किया लेकिन जब दोनों में ही इन्हें सफलता नहीं मिली तो फिर अंततः कुएं में कूद गये। हालांकि यह बात अलग है कि दो तो भगवान को प्यारे हो गये लेकिन इनमें से एक को तो छुट्टी दे दी गई, लेकिन एक की जिंदगी बचाने के लिये चिकित्सक पूरा प्रयास कर रहे है। मामला छुरी क्षेत्र में रहने वाले फूलचंद अग्रवाल के परिवार से जुड़ा हुआ है। खाने को भी नहीं थे पैसे पुलिस ने बताया कि चारों ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर अपना जीवन समाप्त करना चाहा था। पुलिस के अनुसार फूलचंद अग्रवाल चावल के व्यापारी है और उनके साथ ही मृतक भांजे नवल की पत्नी सरोज और उसकी दो बेटी एवं एक पुत्र रहते थे। लेकिन इनकी स्थिति ऐसी नहीं थी कि दो वक्त की रोटी भी इन्हें नसीब हो सके। हालांकि फूलचंद्र अग्रवाल उन्हें वक्त बेवक्त मदद किया करते थे, बावजूद इसके ये परेशान थे। बताया गया है कि पहले तो सरोज ने अपने तीनों बच्चों के साथ जहर खाया लेकिन असर नहीं हुआ तो फिर फांसी का फंदा लगा लिया लेकिन इसके बाद भी मौत नहीं आई तो घर के ही कुएं में कूद पड़ी। घटना में सरोज की दोनो लड़कियों की मौत हो गई है जबकि एक बच्चे को अस्पताल में इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। जबकि सरोज को उपचार दिया जा रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एम्स की सीनियर रेजिडेंट डाॅक्टर ने की आत्महत्या