नई दिल्ली: कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने सोमवार को कहा है कि उनकी पार्टी को मोदी शासन मेंअर्थव्यवस्था के घोर कुप्रबंधन को उजागर करने के लिए संसद में विपक्ष का नेतृत्व करना चाहिए. चिदंबरम ने इल्जाम लगाया कि सरकार उचित आलोचना को भी स्वीकार नहीं करती. चिदंबरम के परिवार ने उनकी तरफ से ट्वीट करते हुए लिखा कि, ''आज जब संसद शुरू हो रही है, कांग्रेस को विपक्ष का नेतृत्व करना चाहिए और अर्थव्यवस्था के घोर कुप्रबंधन को सामने लाना चाहिए.'' उन्होंने कहा कि, ''अर्थव्यवस्था का कौन सा क्षेत्र अच्छा प्रदर्शन कर रहा है? एक भी नहीं.' पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि, '' ऐसा लगता है कि सरकार को सब पता है, किन्तु वह उचित आलोचना तथा उचित हिदायत को मानने से इनकार करती है.'' संसद के शीतकालीन सत्र से पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने शनिवार को सर्वदलीय मीटिंग बुलाई थी. सर्वदलीय बैठक के बाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि पूर्व वित्त मंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता पी चिदंबरम को भी संसद की कार्रवाई में भाग लेने की अनुमति मिलनी चाहिए. आपको बता दें कि INX मीडिया धन शोधन मामले में चिदंबरम न्यायिक हिरासत में हैं. इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रहा है. रूस का दावा, कहा- 'साल 2025 तक भारत को दे दिए जाएंगे S-400 ट्रायम्फ यूनिवर्सिटी में जहरीली गैस तैयार कर रहे थे दो प्रोफेसर, हुए गिरफ्तार नवनिर्मित आवासों में रहेंगे बिहार के 'माननीय', नितीश कुमार ने 55 विधान पार्षदों को दी चाबियाँ