नई दिल्ली : बाज़ार नियामक संस्था सेबी एक फैसले का असर सेंसेक्स में दर्ज 30 में से 10 कंपनियों पर पड़ेगा. इस फैसले के कारण देश के प्रमुख यद्योगपतियों को दो साल बाद अपना सीएमडी पद छोड़ना पड़ेगा. इन प्रमुखों में रिएलायन्स के मुकेश अंबानी, एयरटेल के सुनील मित्तल और विप्रो के अजीम प्रेमजी आदि शामिल हैं. आपको जानकारी दे दें कि ऐसा इसलिए होगा क्योंकि सेबी ने कोटक समिति की उस सिफारिश को मंजूर कर लिया है, जिसमें एमडी या सीईओ के अलावा चेयरमैन के पद अलग-अलग करने की बात कही गई थी. इसका आशय है कि इन कंपनियों में कोई एक व्यक्ति सीएमडी नहीं होगा. यह फैसला बाज़ार की शीर्ष 500 कंपनियों में से 145 पर लागू होगा. उल्लेखनीय है कि सेबी के इस निर्णय से सेंसेक्स की 10 कंपनियों के सीएमडी को अपना कोई एक पद छोड़ना होगा. इनमें मुकेश अंबानी के अलावा, सुनील मित्तल, पवन मुंजाल जैसे उद्योगपति भी शामिल हैं. इनके अलावा विप्रो के अजीम प्रेमजी,यस बैंक के राणा कपूर,इंडसइंड बैंक के रोमेश सोबती,हीरो मोटोकॉर्प के पवन मुंजाल ओएनजीसी के शशि शंकर,एनटीपीसी के गुरदीप सिंह,पावरग्रिड के आईएस झा और कोल इंडिया के गोपाल सिंह शामिल हैं. यह सिफारिश दो वर्ष बाद यानी अप्रैल 2020 से लागू होगी. यह भी देखें फोर्टिस हॉस्पिटल जल्द ही बनेगा मणिपाल ग्रुप की मिल्कियत आईसीआईसीआई बैंक आया सीईओ चंदा कोचर के बचाव में