नई दिल्ली. अपराध को लेकर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जे. एस. खेहर ने कहा कि हमारा देश भी अजीब है, यहां जितना बढ़ा अपराधी होता है उस पर हंगामा भी उतना होता है. शनिवार को एक कार्यक्रम में उन्होंने ये बयान दिया. उन्होंने बम ब्लास्ट विक्टिम, एसिड अटैक और रेप केसों के पीड़ित के प्रति चिंता जाहिर की. चीफ जस्टिस ने लीगल सर्विस अथॉरिटी और उनके वकील से कहा है कि वह ऐसे पीड़ित तक पंहुचे ताकि उन्हें कानूनन सहायता दी जा सके. चीफ जस्टिस जे एस खेहर ने बिना किसी केस का नाम लिए बिना कोई आतंक का दोषी सुप्रीम कोर्ट से न्याय पाने में असफल नहीं हुआ है. केस की समीक्षा कर हम उस सीमा तक पंहुचे, जहां तक पंहुचा जा सकता है. बता दे कि उनका इशारा मुम्बई ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन की तरफ था जिस मामले में रात को आखरी सुनवाई हुई थी. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि बीते वर्ष में जिन लोगों ने अपनों को खोया है उन परिवार का क्या हुआ, उन एसिड अटैक की पीड़िताओ का क्या हुआ जिन्होंने अपने चेहरे को खो दिया और सोसायटी में आना-जाना मुश्किल हो गया है. हम क्यों नहीं ऐसी पीड़िताओ के पास पहुंच सकते हैं. चीफ जस्टिस जे एस खेहर ने यह बात स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी के 15वे इंडिया सम्मेलन कार्यक्रम के उद्घाटन के मौके पर उन्होंने ये बात कही. इस अवसर पर जस्टिस दीपक मिश्रा, कानून राज्य मंत्री पीपी चौधरी और अन्य जुडिशल ऑफिसर उपस्थित थे. ये भी पढ़े ट्रिपल तलाक़ पर वोट करने वाली आतिया को है भाजपा से उम्मीदें सुप्रीम कोर्ट ने पर्रिकर के शपथ ग्रहण समारोह पर रोक लगाने से किया इंकार पर्रिकर के शपथ ग्रहण मामले में SC में सुनवाई आज