लव जिहाद कानून को लेकर रिटायर्ड IAS अधिकारियों की ओर से मुख्यमंत्री योगी को लिखी चिट्ठी पर डिप्टी मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तीखी प्रतिक्रिया दे चुके है. मौर्य ने पूर्व IAS की लव जिहाद कानून को वापस लेने की मांग पर कहा कि इस तरह की मांग और बयानबाजी करना अब फैशन बन चुका है. नागरिकों के हित में जब भी कोई अच्छा कार्य होता है तो इसी तरह से अनुरोध व बयानबाजी की जाती है. इस तरह के कदम सिर्फ सरकार की बदनामी के लिए ऐसे कदम उठाए जाते हैं. सक्रिय हुआ अवॉर्ड वापसी गैंग : जंहा इस बारें में मौर्य ने आगे कहा, "देश व प्रदेश के हित में कोई भी अच्छा काम होने पर अवॉर्ड वापसी और टुकड़े-टुकड़े गए गैंग सक्रिय हो जाता है. सीएए और एनआरसी समेत तमाम मुद्दों पर कई लोगों ने अवॉर्ड वापसी का एलान किया था, लेकिन इनमें से किसी ने भी अपना अवॉर्ड वापस नहीं किया. रिटायर्ड नौकरशाह सिर्फ सरकार को बदनाम करने के लिए इस तरह की हरकतें कर रहे हैं. उनकी सेवा समाप्त हो गई है वह सिर्फ अब सराहना लें." डिप्टी सीएम यहीं नहीं रुके. उन्होंने ये भी बोला कि सरकारों को सलाह देने के लिए वर्तमान में पदों पर बैठे अधिकारी पूरी तरह सक्षम हैं. इसी तरह के लोग CAA के दुरुपयोग को लेकर भी आवाज उठाते जा रहे थे, लेकिन साल भर का समय बीतने के उपरांत पूरे देश में दुरुपयोग का एक भी केस देखने को नहीं मिले है. इस तरह के काम बीजेपी विरोधी और मोदी विरोधी गैंग के इशारे पर किया जाता है. रिटायर्ड नौकरशाहों के दिन बीत चुके हैं. देश की जनता अब जागरुक हो चुकी है. जिंदगी के संघर्षों से जमकर जूझी ख़ुशी, आज बन चुकी हैं लाखों लोगों की 'रोल मॉडल' इंडियन एयरफोर्स के लिए 6 नए हथियार करेगी एयर इंडिया, चीन-पाक बॉर्डर पर मिलेगी मदद स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी चेतावनी, कहा- नए साल का जश्न एक 'सुपरस्प्रेडर्स' खतरा पैदा कर सकती है