भाजपा शासित छत्तीसगढ़ में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाला एक ताजा मामला देखने को मिला है. हालिया प्राप्त जानकारी के मुताबिक़ यहां एक महिला को मजबूरी के चलते ऑटो रिक्शा में ही नवजात को जन्म देना पड़ा है. अस्पताल में डॉक्टर्स मौजूद न होने के चलते महिला का प्रसव ऑटो में ही कराया गया. बताया जा रहा है कि महिला को परिवार के लोग प्रसव के लिए अस्पताल ले जा रहे थे, ओर वे जब अस्पताल पहुंचे तो उन्हें जानकारी मिली कि अस्पताल में डॉक्टर्स ही मौजूद नहीं है, इस स्थिति में महिला ने अपने बच्चे को मजबूरी में ऑटो में ही जन्म दिया. अस्पताल केंद्र के चारों ओर चक्कर लगाने के बाद भी पीड़ित महिला के रिश्तेदारों को डॉक्टर्स नही मिले तो आनन-फानन में परिवार के सदस्यों ने प्रसव पीड़ा को देखते हुए खुद प्रसव कराने का फैसला लिया. जिसके बाद महिला ने ऑटो-रिक्शा में अपने बच्चे को जन्म दिया. परिजनों के मुताबिक, वे गरीब परिवार से संबंध रखते हैं, इसलिए वे सरकारी अस्पताल में ही अपना इलाज करवा सकते हैं. अस्पताल में ना तो डॉक्टर हैं और ना ही दवाइयां, जिससे मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. पीड़ित महिला के परिवार के लोगों ने यह भी बताया कि सरकार को ग्रामीण या गरीब लोगों के इलाज के लिए दवाइयां और डॉक्टर उपलब्ध करवाए जाने चाहिए. अस्पताल के एसएमओ ने कहा कि गर्भवती महिला द्वारा ऑटो में बच्ची देने के मामले की जांच करवाई जायेगी. पुलिस की मुस्तैदी से 19 दिन बाद 'मिली' परिवार से मिली किसानों के लिए बड़ी खबर, 50 प्रतिशत मुनाफा जोड़कर मिलेगा प्रधानाध्यापक ने क्यों की रिटायरमेंट से एक दिन पहले आत्महत्या