रायपुर: भारत में जिस तेजी से स्मार्ट फोन आए दिन बढ़ते जा रहे हैं. इसी के साथ तेजी से पोर्न वीडियो देखने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ हैं. एक सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि पोर्न देखने के मामले में भारतीय पूरी दुनिया में सबसे आगे नजर आ रहा हैं. हर उम्र का व्यक्ति इसकी चपेट में आ चुका है. यह वीडियो व्यक्ति में ऐसी मानसिक विकृति को जन्म देती है जो पूरे समाज के लिए खतरा बन चुका है. इस समस्या को गंभीर मानते हुए पोर्न साइट्स पर प्रतिबंध लगाया ही चाहिए. इसी मामले को लेकर बीते मंगलवार को रजबंधा मैदान स्थित कार्यालय में चर्चा हुई थी जिसमें सामाजिक संगठनो, स्कूलों के प्रतिनिधि और वकील सम्मलित हुए थे. इस परिचर्चा में सभी ने बारी-बारी इसके दुष्प्रभाव बताए और समाधान भी बताये. साथ ही सरकार से यह मांग भी की कि पोर्न साइट्स को पूरी तरह से बैन कर दिया जाना चाहिए. प्रतिनिधियों ने बताया कि आज कम उम्र के बच्चे भी पोर्न वीडियो देख रहे हैं. जिसका दुष्प्रभाव आप भी जानते हैं आज के समय में लगभग हर बच्चे के हाथ में मोबाइल है और मोबाइल में दुनियाभर के कंटेंट उपलब्ध होते हैं. बच्चों को मोबाइल देना एक तरह की मजबूरी बन गई है क्योंकि संयुक्त परिवार अब रहे नहीं, पहले के समय में दादी-नानी की कहानियां सुनकर बच्चे बढ़े होते थे. लेकिन आज के समय में बच्चों का टाइमपास मोबाइल बन गया हैं. यदि बच्चे घर से बाहर भी जाये तो दूर-दूर तक खेलने के मैदान ही नहीं हैं. माता-पिता भी आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में इतने व्यस्त हो गए हैं कि उनके पास बच्चों के लिए समय ही नहीं है. यही कारण है कि आज अधिकांश बच्चे अपना ज्यादा समय माेबाइल पर बिता रहे हैं और ऐसे-ऐसे कंटेंट देखते हैं जो उनकी सोच को बुरी तरह से प्रभावित कर रही है. कोरोना वायरस : चीन में मरने वालों की संख्या 2000 पहुंची, ITBP शिविर से 6 लोगों को मिली छुट्टी पुलवामा में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, 3 आतंकियों को किया ढेर आज से देहरादून में बढ़ जाएंगे कई चीजों के दाम, बस और ऑटो में देना होगा इतना किराया