अमरीकी सेना अब तक सीरिया पर 11 अरब रुपए की 110 मिसाइल दाग चूका है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को अहम घोषणा की. उन्होंने कहा- अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने सीरिया में बशर अल असद की सरकार के खिलाफ सैन्य हमले शुरू किए हैं. ट्रंप ने युद्धग्रस्त देश पर अपने ही लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाया है. इस बीच चीन ने सीरिया में एयरस्ट्राइक पर नाराजगी जताई है. चीन एन कहा है कि सीरिया पर सैन्य कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन हैं. व्हाइट हाउस की ओर से जारी एक बयान में ट्रंप ने सीरिया पर हमले और उससे जुड़ी तमाम बातों पर अमेरिकी पक्ष रखा. अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि संयुक्त कार्रवाई का मकसद रासायनिक हथियारों के उत्पादन, प्रसार और इस्तेमाल के खिलाफ ‘‘मजबूत प्रतिरोधक’’ तंत्र स्थापित करना है. ट्रंप ने कहा कि उन्होंने सीरिया के खिलाफ ‘‘सटीक हमलों’’ के आदेश दिए है. सीरिया के डूमा में पिछले सप्ताहांत संदिग्ध जहरीली गैस हमले में कई लोग मारे गए थे. ट्रंप ने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, ‘‘यह किसी व्यक्ति की कार्रवाई नहीं है, यह एक दानव के अपराध हैं.’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका, सीरिया पर तब तक दबाव बनाए रखेगा, जब तक असद सरकार रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल बंद नहीं कर देती. उन्होंने सीरियाई सरकार के खिलाफ लड़ाई में शामिल होने के लिए ब्रिटेन और फ्रांस का आभार जताया. ट्रंप ने कहा, ‘‘कुछ समय पहले मैंने अमेरिका की सशस्त्र सेनाओं को सीरियाई तानाशाह बशर अल असद की रासायनिक हथियार क्षमताओं से जुड़े ठिकानों पर सटीक हमले करने के आदेश दिए. फ्रांस और ब्रिटेन की सशस्त्र सेनाओं के साथ संयुक्त अभियान चल रहा है. हम दोनों देशों का आभार जताते हैं. हमलें फ़िलहाल जारी है. ट्रंप ने सीरिया पर दागी 11 अरब रुपये की 120 मिसाइलें जानिए, किसने कहा ट्रम्प को झूठा और बेईमान सीरिया खुद कर रहा अपने ऊपर हमले-US