वाॅशिंगटन। चीन दक्षिण चीन सागर को लेकर कुछ अधिक सक्रियता दिखा रहा है। जहां चीन ने यहां पर काफी पहले ही युद्धक सामग्री एकत्रित कर रखी है वहीं दक्षिण चीन सागर में चीन द्वारा आर्टिफिशियल आईलैंड में युद्ध की रणनीति बनाने और युद्ध के दौरान दुश्मन पर हमला करने के लिए संसाधन जुटाने का प्रबंध कर लिया है। अमेरिकी थिंक टैंक ने इस मामले में कहा है कि उसने इस क्षेत्र में अपने आपको इस कदर विकसित किया है कि यहां से चीन द्वारा वाॅर प्लान किया जा सकता है। गौरतलब है कि आईलैंड्स में चीन मिलिट्रीय विनिर्माण कर चुका है। दरअसल दक्षिण चीन सागर के लगभग 35 लाख स्क्वेयर किलोमीटर में विवाद है। इन क्षेत्रों में चीन, वियतनाम, मलेशिया, फिलीपिंस, ताइवान और ब्रुनेई आदि द्वारा दावा किया जा रहा है। इस मामले में अमेरिकी थिंक टैंक द्वारा विभिन्न तरह की बातें कही गई हैं। अमेरिकी थिंक टैंक ने जानकारी देते हुए कहा है कि चीन आईलैंड के फियरी क्राॅस, सुबी और मिसचीफ रीफ्स पर नौसेना और रडार को इजाद कर सकता है। यदि यहां पर रडार लगा दिया गया तो चीन इस क्षेत्र में दुश्मन की हलचल का पता लगा सकता है। एएमटीआई के निदेशक ग्रेग पोलिंग के अनुसार मार्च में सैटेलाईट से जो फोटोज़ ली गई हैं उसमें फियरी क्राॅस और सुबी पर नए रडार एंटीना नज़र आ रहे हैं। एएमटीआई निदेशक ग्रेग पोलिंग ने बताया है कि चीन ने कथित तौर पर वूडी आईलैंड में अपनी तैयारी की है। उसकी तैयारी यहां से जरूरत पड़ने पर विमान उड़ाने तक की हो गई है। चीन ने यहां पर करीब 3 एयरबेस बना दिए हैं। चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि दक्षिण चीन सागर पर विश्व जगत का अधिकार है। उनका कहना था कि वे केवल अमेरिका ही नहीं अंतर्राष्ट्रीय हित की रक्षा भी करेंगे। पाकिस्तान के आतंकवाद को सहयोग देने की अमेरिका में हुई निंदा डोनाल्ड ट्रंप से आशंकित हुआ चीन, कर रहा सैन्य खर्च में बढ़ोतरी