बीजिंग। चीन ने तिब्बती धर्म गुरू दलाई लामा के अरूणाचल दौरे का विरोध करते हुए कहा है कि यदि दलाई लामा इस क्षेत्र का दौरा करते हैं तो यह भारत और चीन के संबंधों में कड़वाहट लाने वाला होगा। गौरतलब है कि चीन अरूणाचल को चीन का ही भाग मानता है और मानता है कि अरूणाचल प्रदेश दक्षिणी तिब्बत का ही क्षेत्र है जबकि भारत यह कह चुका है कि अरूणाचल प्रदेश भारत भूमि है। उल्लेखनीय है कि अरूणाचल प्रदेश में दलाई लामा 13 अप्रैल तक दौरा करेंगे। ऐसे में दलाई लामा को लेकर चीन द्वारा रूख स्पष्ट करना इसकी संप्रभुता को चुनौति देने जैसा है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने दलाई लामा के अरूणाचल में दौरे के सवाल पर कहा कि इसे लेकर हम बहुत परेशान हैं। भारतीय सीमा के पूर्वी भाग पर चीन का रूख साफ है। उन्होंने इस मामले में दावा किया कि दलाई लामा और उनका गुट अलगाववादी गतिविधियों में संलग्न रहते हैं ऐसे में भारत को उन्हें महत्व नहीं देना चाहिए। अरूणाचल प्रदेश की यात्रा का दलाई लामा को निमंत्रण देने से भारत और चीन पर बुरा असर हो सकता है। दलाई लामा के अरुणाचल प्रदेश में आने से होंगे रिश्ते खराब - चीन उल्फा ने किया दलाई लामा के नॉर्थ-ईस्ट दौरे पर जाने का विरोध