भारत का पड़ोसी मुल्क चीन में कोरोना वायरस के संक्रमण के नए मामलों की दर में कुछ गिरावट देखी जा रही है. नतीजन कोरोना वायरस (कोविड-19) प्रकोप के केंद्र वुहान में लगी पाबंदियों में कुछ ढील दी गई है. उधर, सरकारी ग्लोबल टेलीविजन नेटवर्क के अनुसार, चीन की सर्वोच्च विधायिका नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (एनपीसी) की स्थायी समिति की सोमवार को हुई बैठक में सत्र को स्थगित करने का फैसला लिया गया. बता दें कि चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण संसद के सालाना सत्र को स्थगित कर दिया है. संसद सत्र पांच मार्च से शुरू होने वाला था. चीन में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के शासन में कई दशकों में पहली बार इस तरह का अप्रत्याशित कदम उठाया गया है. ईरान में कोरोना वायरस का कहर देख उड़े पाकिस्तान के होश, उठाया बड़ा कदम आपकी जानकारी के लिए बता दे कि गत दिसंबर में सालाना सत्र पांच मार्च से शुरू करने की घोषणा की गई थी. एनपीसी और सर्वोच्च परामर्श संस्था चाइनीज पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कांफ्रेंस (सीपीपीसीसी) की बैठकें हर साल मार्च में होती हैं और बजट समेत सरकार के सालाना एजेंडे को स्वीकृति दी जाती है. इन दोनों संस्थाओं में पांच हजार से ज्यादा सदस्य हैं. चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि संसद सत्र को स्थगित किया जाना अप्रत्याशित घटना है. 3 लाख का मेकअप, डेढ़ करोड़ की ड्रेस, कुछ ऐसा है US की फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रम्प का रुतबा वुहान में इस समय 1.1 करोड़ की आबादी बसी हुई है. जिसके लोगों को एक माह में पहली बार राहत दी गई है. शहर में फंसे लोगों को जाने की अनुमति दी गई है. गत 23 जनवरी को वुहान समेत लगभग पूरे हुबेई प्रांत में आवाजाही पर रोक समेत तमाम पाबंदिया लगा दी गई थीं. उधर, चीन में सोमवार को 409 नए मामलों का पता चला. एक दिन पहले 648 नए मामलों की पुष्टि हुई थी. अब तक कुल 77,150 लोग संक्रमित हो चुके हैं. वायरस से जान गंवाने वालों की संख्या 2592 हो गई है. राजधानी बीजिंग और शंघाई में नए मामले सामने नहीं आए. बच्चों के सुरक्षित भविष्य के मामले में फिसड्डी है भारत, रिपोर्ट का दावा भारत में आतंकवाद पर जमकर बरसे ट्रम्प, जानिए क्या रहा पाक मीडिया का रिएक्शन ? भारत सरकार की ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से मांग, 15वीं शताब्दी की संत प्रतिमा दी जाए वापस