बीजिंग: चीन के वुहान शहर की वैट मार्केट से कोरोना वायरस की शुरुआत हुई थी। माना जाता है कि यहां पर जानवरों से ही कोरोना वायरस मनुष्यों में फैला और फिर इसने पूरी दुनिया में हाहाकार मचा रखा है। हालांकि इस महामारी की तबाही के बाद चीन की सरकार को होश आया है और उन्‍होंने कुत्तों को खाने पर रोक लगाने का फैसला लिया है। चीन ने कृषि मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नए दिशानिर्देशों के मुताबिक, कुत्तों को अब पालतू जानवर बताया गया है, जबक‍ि पहले इसको पशुपालन की केटेगरी में रखा गया था। चीन में अब कुत्ते के मांस के व्यापार पर बैन लगाने की शुरुआत उस वक़्त हो रही है, जब यहां के गुआंग्शी के दक्षिणी क्षेत्र में युलिन शहर में अत्यधिक विवादास्पद कुत्ते के मांस का फेस्टिवल 'यूलिन उत्सव' मनाया जाने वाला है। चीन ने कृषि मंत्रालय ने पशुधन और मुर्गी पालन के नए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं, जिसमें 17 पारंपरिक पशुधन प्रजातियां शामिल हैं। इनमें मवेशी, सूअर, मुर्गी, खरगोश और ऊंट शामिल हैं तबकि बारहसिंगा, अल्पाका, तीतर, शुतुरमुर्ग और लोमड़ी समेत 16 'विशेष प्रजातियों' में शामिल किया है। इस सूची के मुताबिक, इन जीवों को भोजन, ऊन या फर के लिए पाल सकते हैं। अपनी वेबसाइट पर एक नोटिस जारी करते हुए कृषि मंत्रालय ने कहा है कि उन्‍होंने जानवरों की लिस्ट पर जनता की राय ली, जिसमें अधिकतर लोग सहमत हुए कि कुत्तों को पशुधन के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया जाना चाहिए। कुत्‍ते को मनुष्य का साथी माना जाता है, इसलिए उसको इस सूची से बाहर कर दिया गया। 24 घंटे में 250 से अधिक मौतें, अब तक 1,73,763 लोग हुए संक्रमित असम : अब तक 1000 से अधिक लोग हुए कोरोना संक्रमित, एक ही दिन में मिले सर्वाधिक मरीज जिस राज्य में कोरोना का हर मरीज हुआ ठीक, अब वहां पर संक्रमित लोगों की संख्या 314 पहुंची