नई दिल्ली: कोरोना के कारण जहां दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाएं मंदी का सामना कर रही हैं, वहीं चीन ने मार्च तिमाही में रिकॉर्ड 18.3 फीसदी की रिकॉर्ड GDP ग्रोथ हासिल कर सबको हैरान कर दिया है. कहा जा रहा है कि निर्यात और घरेलू बाजार में अच्छी मांग और सरकार द्वारा निरंतर छोटे कारोबारियों को सहयोग के कारण यह रिकॉर्ड बढ़त हुई है. हालांकि यह बढ़त बेस इफेक्ट का भी परिणाम लगता है, क्योंकि चीन ने अन्य देशों से पहले ही कुछ शहरों में लॉकडाउन जैसे उपाय किए थे और वह कोरोना से निपटने में सबसे आगे रहा है. चीन में इसके चलते जनवरी से मार्च 2020 की तिमाही में GDP में 6.8 फीसदी की भारी गिरावट आई थी. उल्लेखनीय है कि कोरोना संकट के कारण गत वर्ष चीन की अर्थव्यवस्था में भी भारी गिरावट देखी गई थी. इतना ही नहीं, भारत समेत विश्व के कई देशों की अर्थव्यवस्थाएं मंदी के दौर में चली गई थीं. भारत ने भी गत वर्ष जून में 23.9 फीसदी की रिकॉर्ड GDP गिरावट देखी थी. भारतीय इकॉनमी में सुधार तो हुआ है, किन्तु दिसंबर 2020 की तिमाही में भारत की जीडीपी केवल 0.4 फीसदी बढ़ी है. इस लिहाज से चीन की यह बढ़त हैरान करने वाली है. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, चीन सरकार द्वारा जारी आंकड़ों में बताया गया है कि मार्च 2021 की तिमाही में वहां के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 18.3 फीसदी का इजाफा हुआ है. यह चीन द्वारा 1992 से रिकॉर्ड की जाने वाली GDP के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी बढ़त है. चीन में जनवरी से दिसंबर तक का वित्तीय वर्ष होता है, तो इस लिहाज से यह पहली तिमाही का आंकड़ा है. गत वर्ष की अंतिम यानी दिसंबर की तिमाही में चीन की जीडीपी में 6.5 फीसदी की वृद्धि हुई थी. जानिए आज पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आया क्या बदलाव? एलआईसी कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर: वेतन संशोधन प्रस्ताव को मंजूरी मिली होंडा मोटरसाइकिल इंडिया ने की निर्यात को बढ़ावा देने के लिए 'विदेशी व्यापार वर्टिकल' की स्थापना