नई दिल्ली : चीन ने अपने आर्थिक काॅरिडोर की रक्षा के लिये पाकिस्तानी सेना का सहारा लिया है। यह आर्थिक काॅरिडोर चीन और पाकिस्तान के बीच बन रहा है। बताया गया है कि काॅरिडोर के कार्य के लिये करीब एक हजार से अधिक चीनी लोग जुटे हुये है और इन्हीं की सुरक्षा पाकिस्तानी सेना के जवानों द्वारा की जा रही है। आपको बता दें कि चीन ने पहले ही अपनी इस योजना को पूरा करने के लिये संकेत दे दिये थे। चीन ने यह भी कहा था कि चीन और पाकिस्तान के बीच बनने वाले आर्थिक काॅरिडोर को हर हाल मंे पूरा किया जायेगा। सुरक्षा पर मंडरा रहा है खतरा- गौरतलब है कि यह काॅरिडोर बलूचिस्तान के रास्ते से होकर गुजरेगा। इसका विरोध जहां बलूचिस्तान के नागरिकों और बलूच नेताओं ने किया है वहीं भारत और अमेरिका ने भी इस पर आपत्ति ली थी। संभवतः इन्हीं सब से पाकिस्तान व चीन को अपने इस योजना पर खतरा मंडराते हुये नजर आ रही है। पाकिस्तान तथा चीन इस मामले में किसी तरह का खतरा मोल नहीं लेना चाहते है और यही कारण है कि कार्य करने वाले चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिये पाकिस्तान ने अपनी सेना के जवानों को तैनात कर दिया है। आपको बता दें कि चीन और पाकिस्तान की दोस्ती बीते कई सालों से परवान चढ़ी हुई है। बलूच मुद्दे से ज्यादा परेशानी- जब से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बलूचिस्तान का मुद्दा उठाया है, तभी से पाकिस्तान और चीन के लिये आर्थिक काॅरिडोर को लेकर चिंता ज्यादा गहरा गई है। बलूचिस्तान के लोग व बलूच नेताओं ने मोदी द्वारा उठाये गये मुद्दे के बाद से ही काॅरिडोर का विरोध करना शुरू कर दिया है। बलूचिस्तान के विरोध से पाकिस्तान तो अंदर ही अंदर घबराया हुआ है वहीं चीन को भी अपने प्रोजेक्ट को पूरा होने के लिये किसी तरह का खतरा मोल नहीं लेना चाहता है। इसके अलावा चीनी लोग जिन क्षेत्रों में कार्य कर रहे है वह आतंकियों का भी इलाका माना जाता है। बताया गया है कि हर एक चीनी नागरिक के लिये पाकिस्तान ने अपने दो-दो जवानों को तैनात किया है और इनसे यह कहा गय है कि वे इनकी सुरक्षा में किसी तरह की कोताही न बरते। चीन ने बदला सुर, काॅरिडोर के लिये मिलकर उठायेंगे कदम