वाशिंगटन: आज के समय में बीमारी हो या कोई आपदा दोनों ही मानव जीवन पर संकट बन ही जाती है. जिसमे से एक है कोरोना वायरस यह एक ऐसी बीमारी है, जिसका अभी तक कोई तोड़ नहीं मिल पाया है. वहीं इस वायरस की चपेट में आने से 40000 से अधिक मौते हो चुकी है, जबकि लाखों लोग इस वायरस से संक्रमित हुए है. ऐसे में वैज्ञानिकों के लिए यह कहना जरा मुश्किल सा है कि इस बीमारी से कब तक निजात मिल पाएगा. मिली जानकारी के अनुसार भले ही दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही हो, चीन में चमगादड़ और पैंगोलिन की बिक्री फिर धड़ल्ले से शुरू हो गई है. चीन के इस कदम को वैज्ञानिक खतरनाक मान रहे हैं क्योंकि कोविड-19 महामारी चमगादड़ों से मनुष्यों में आई है. विभिन्न रिपोर्टो से पता चलता है कि चीन के हुबेई प्रांत के एक व्यक्ति में सबसे पहले इस वायरस का संक्रमण देखा गया था. वाशिंगटन एक्जामिनर ने 'ए मेल ऑन संडे' के संवाददाता के हवाले से लिखा है, 'बाजार ठीक उसी तरह से काम कर रहे हैं जैसे वह महामारी फैलने से पहले कर रहे थे. लेकिन अब सिक्योरिटी गार्ड इन बाजारों पर 24 घंटे नजर रख रहे हैं. उनका सारा ध्यान इस बात पर है कि कोई भी खून से लथपथ फर्श, कुत्तों और खरगोश को कत्ल करने की तस्वीरें नहीं ले सके.' चीन के वुहान स्थित सी-फूड मार्केट को कोरोना का केंद्र माना जाता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी गत 12 जनवरी को कहा था, 'इस बात के संकेत हैं कि महामारी वुहान के सी-फूड मार्केट से जुड़ी है.' चीन स्थित संवाददाता के हवाले से वाशिंगटन एक्जामिनर ने लिखा, 'यहां हर कोई मानता है कि महामारी का प्रकोप खत्म हो गया और अब चिंता की कोई बात नहीं है. यह एक विदेशी समस्या थी.' कई वैज्ञानिक, चिकित्सा विशेषज्ञ और पशु अधिकार कार्यकर्ता चीन के सी-फूड बाजार पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि एशियाई देश अपनी गलतियों से सबक नहीं लेना चाहता. कोरोना के कहर में बेहाल ईरान, मौत का आंकड़ा 2,898 पहुंचा कोरोना : अपनी हरकतों से बाज नही आ रहा चीन, धड़ल्ले से बेच रहा ये घातक जीव कोरोना: स्पेन में बाद से बदतर होते जा रहे हालात, करीब 13 हज़ार स्वास्थकर्मी भी हुए संक्रमित