बीते दिनों लद्दाख और उत्तरी सिक्किम में भारत और चीन के सैनिकों के आमने-सामने के बाद सीमा पर तनातनी बढ़ती जा रही है. भारत-चीन सीमा पर दोनों देशों की ओर से सैनिकों की संख्या बढ़ा दी गई है. यह जानकारी मंगलवार को उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से मिली है. दरअसल, पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय सेना द्वारा अपनी ताकत मजबूत करने के लिए सड़क बनाए जाने के चलते ही चीन बौखलाया हुआ है. इंदौर: मोहम्मद यूनुस ने तोड़ा लॉकडाउन, गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस पर लोगों ने बरसाए पत्थर आपकी जानकारी के लिए बता दे कि चीन इस फिराक में है कि भारत इस सड़क को न बनाए. इसीलिए उसके सैनिक पांच मई को भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे. तब भारतीय सेना ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया था. इस दौरान हाथापाई भी हुई. अपनी इसी साजिश के चलते चीन के हेलीकॉप्टर भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे. चीन की इन हरकतों के बाद भारतीय सेना ने अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है. इससे चीन परेशान हो उठा है. कांग्रेस ने दी बसों की गलत जानकारी, धोखाधड़ी के आरोप में प्रदेश पार्टी अध्यक्ष अजय लल्लू गिरफ्तार इसके अलावा भारतीय सैनिकों द्वारा पैंगोंग त्सो झील के उत्तर में सड़क बनाने के काम में अड़ंगा डालने की कोशिश कर रहे चीन के सैनिकों ने लद्दाख के गालवां घाटी के पास अपने टेंट लगा दिए हैं. सैन्य सूत्रों के अनुसार चीन ने डैमचौक, चुमार और दौलत बेग ओल्डी जैसे इलाकों के पास अपने सैनिकों की संख्या बढ़ाई है. वही, चीनी सैनिकों ने नदी के पास कुछ टेंट लगाकर निर्माण गतिविधियां शुरू की हैं. भारतीय सेना की उत्तरी कमान की 14 कोर ने भी इसके जवाब में इलाके में सैनिकों की संख्या बढ़ाई है. 14 कोर पश्चिमी लद्दाख के सियाचिन में पाकिस्तान व पूर्वी लद्दाख में चीन के मुकाबले अपनी ताकत लगातार बढ़ा रही है. इससे चीन परेशान है. मजदूरों के साथ फिर हुआ हादसा, कर्नाटक में पटरी से उतरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन यूपी की 'बस पॉलिटिक्स' में कूदे अखिलेश, कहा- पहले अपना फिटनेस सर्टिफिकेट दे भाजपा सरकार महाराष्ट्र में कहर बनकर टूटा कोरोना, पिछले 24 घंटों में 76 लोगों की मौत