चीन शायद भारत को परेशान करने का कोई मौका नहीं खोना चाहता. तभी वो सीमा पर आए दिनों कोई न कोई गतिविधि जारी रखता है. इस रविवार को उसने तिब्बत की राजधानी ल्हासा से भारत के अरुणाचल प्रदेश के करीब तक जाने वाला एक्सप्रेस वे आम जनता के लिए खोल दिया. 409 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे को बनाने में करीब 5.8 करोड़ डॉलर खर्च हुए हैं. ये ल्हासा और निंगची के बीच यात्रा के समय को आठ घंटे से कम कर पांच घंटे करता है. भारत के लिए यह एक्सप्रेसवे चिंता की वजह है, क्योंकि चीन की आर्मी भी इसका इस्तेमाल कर सकती है. ल्हासा तिब्बत का सबसे बड़ा शहर है. चीन इसे टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर भी डिवेलप करना चाहता है. इसलिए वो इस इलाके में तेज़ी से सड़के और हाइवे तैयार कर रहा है. बता दे कि ये इस तरह से तैयार किये जा रहे हैं कि भविष्य में पीपुल्स लिबरेशन आर्मी यानी पीएलए भी इनका इस्तेमाल कर सके. अगर कोई आपातकालीन स्थिति बनती है, तो पीएलए अपने ट्रूप्स और टैंक तैनात करने के लिए भी इन हाइवे का इस्तेमाल कर सकती है. और तब ये एक्सप्रेसवे भारत के लिए एक बड़ा खतरा साबित हो सकता है. 'बेटी-बचाओ बेटी-पढ़ाओ' पर बनी फिल्म में पीएम मोदी देंगे अपनी आवाज़ रोहित के धमाकेदार शतक के साथ भारत बना फिर नंबर वन मोहर्रम जुलूस को लेकर हुआ विवाद, बलिया में लगा कफ्र्यु पाकिस्तान क्रिकेट टीम को मिला दूसरा अफरीदी