बीजिंग। दुनिया में अपनी ताकत बढ़ाने और उसका लगातार प्रदर्शन करने की इच्छा रखने वाले चीन ने अब विश्व की महाशक्तियों में शुमार रूस से हाथ मिला लिया है। इतना ही नहीं इन दोनों देशो ने अब तक का सबसे बड़ा सैन्य युद्धाभ्यास करने पर भी हामी भर दी है। यह युद्धभास बीते मंगलवार शुरू भी किया जा चुका है। भारत को सब्सिडी देना पागलपन है : डोनाल्ड ट्रंप दरअसल रूस अपनी सैन्य सकती के प्रदर्शन और अभयास के लिए तक़रीबन हर साल युद्धाभ्यास करवाता है और इस बार के युद्धाभ्यास में उसे चीन को भी शामिल कर लिया है। आपको बता दे कि यह युद्धाभ्यास चीन और रूस की सीमा पर पांच अलग-अलग जगहों पर होगा। यह 11 सितंबर से शुरू होकर 17 सितंबर 2018 तक चलेगा। इस युद्धाभ्यास में दोनों देशो के तक़रीबन 3 लाख सैनिक, 80 युद्धपोत, 1,000 विमान और करीब 36,000 लड़ाकू वाहन शामिल होंगे। जम्मू कश्मीर: आतंक की घाटी में पहली बार होगा रात्रि फूटबाल टूर्नामेंट इनमे से 3,000 सैनिक विमान अकेले चीन के ही है। रुसी मीडिआ ने दावा किया है कि इस युद्धाभ्यास को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ-साथ 57 देशों के पर्यवेक्षक भी देखेंगे। इसके साथ ही अमेरिका मीडिआ ने चिंता व्यक्त की है कि चीन और रूस की सेना की बढ़ती नजदिकियां अमेरिका के लिए बड़ी परेशानी बन सकती है। ख़बरें और भी चीन से एक और खौफनाक खुलासा, एकांत कोठरियों में कैद किये जाते है उइगर मुसलमान Video : तैरते शख्स पर इस मछली ने प्राइवेट पार्ट पर किया हमला हॉट फोटो से खलबली मचा रही है 'गोल्ड' की यह एक्ट्रेस