बीजिंग: चीन को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में जाना जाता है. अभी हाल फ़िलहाल उसकी अर्थव्यवस्था में नरमी बनी हुई है. इसी बीच खबर आ रही है की चीन की आर्थिक विकास दर दूसरी तिमाही में सात फीसदी रही है जो की काफी चौंकाने वाली रही है, यह वृद्दि भी उस समय आई जब हाल ही में वहां के शेयर बाजारों में गिरावट दर्ज की गई. चीन ने कहा है की राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) के आंकड़ों के अनुसार जीडीपी वृद्धि दर पहली तिमाही की तुलना में स्थिर रही. हालांकि यह वैश्विक संकट के बाद चीन का यह सबसे कमजोर प्रदर्शन है. यह आंकड़ा सरकार के इस साल सात प्रतिशत वृद्धि के लक्ष्य के अनुरूप ही है. अगर ऐसे ही रहा तो इससे चीन की आर्थिक सुधार योजना प्रभावित होने का खतरा है. चालू वर्ष की पहली छमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) करीब 4900 अरब डॉलर ही रहा. वहीं स्थिर संपत्ति निवेश में 11.4 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई हैं. संपत्ति निवेश सालाना आधार पर 4.6 फीसदी बढ़ा जबकि उपभोक्ता वस्तुओं की खुदरा बिक्री 10.4 फीसदी बढ़ गई. चालू वर्ष की पहली छमाही के दौरान औद्योगिक उत्पादन में 6.3 फीसदी की वृद्धि हुई जो वर्ष की पहली तिमाही में 6.4 फीसदी थी.