'राहुल की नफरत की दूकान में बिक रहा चीन का माल..', कांग्रेस पर क्यों हमलावर हुई भाजपा ? एक रिपोर्ट है वजह

नई दिल्ली: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस वार्ता करते हुए 'भारत विरोधी और भारत तोड़ो अभियान' का समर्थन करने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की है। मंत्री ने एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए भी दावा किया है कि चीन भारतीय समाचार पोर्टल 'न्यू क्लिक' को फंडिंग कर रहा है। अनुराग ठाकुर ने न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) की एक रिपोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि वैश्विक स्तर पर बीजिंग के राजनीतिक एजेंडे को बढ़ावा देने के लिए 'न्यूज क्लिक' को चीनी फंडिंग मिल रही थी।

 

केंद्रीय मंत्री ने विपक्षी दलों के INDIA गठबंधन की आलोचना करते हुए कहा कि, ''अहंकारी गठबंधन और उनके नेता कभी भी भारत के हित के बारे में बात नहीं कर सकते, बल्कि वे हमेशा देश के खिलाफ बात करते हैं। न्यूज़क्लिक, कांग्रेस और चीन सभी 'भारत विरोधी एजेंडा और भारत तोड़ो अभियान' चलाते हैं। उन्होंने कहा कि न्यूज पोर्टल 'न्यूजक्लिक' चीन द्वारा वित्त पोषित ग्लोबल मीडिया इंस्टीट्यूट द्वारा संचालित है। अनुराग ठाकुर बोले कि, 'पांच दिनों तक चली छापेमारी के दौरान कई अहम सबूत मिले हैं। नेविल रॉय सिंघम 'न्यूज़ क्लिक' को पैसे देते हैं जो उन्हें चीन से मिलता है। कांग्रेस और विपक्षी दल भारत विरोधी भारत तोड़ो अभियान चलाने वाले संगठन न्यूज क्लिक के समर्थन में सामने आए।' बता दें कि, 2021 में जब मनी लाउंडरिंग को लेकर न्यूज क्लिक पर छापेमारी की कार्रवाई हो रही थी, तो उस समय कांग्रेस नेताओं ने इसे प्रेस की आज़ादी पर हमला करार दिया था। 

अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा कि विपक्षी गठबंधन का आरोप है कि केंद्र, प्रेस की स्वतंत्रता के खिलाफ काम कर रहा है, जबकि ये लोग (विपक्षी दल), चीन की कहानी बनाने के लिए एक साथ खड़े थे। ठाकुर ने कहा कि, ''ये लोग प्रेस स्वतंत्रता और आज़ाद कंटेंट के नाम पर फर्जी खबरें फैला रहे हैं। न्यूज क्लिक को शुरू होते ही करोड़ों रुपये दिए गए, घाटे में चल रही कंपनी के शेयर ऊंची कीमतों पर खरीदे गए।'' अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए हुए कहा कि राहुल गांधी के 'नकली मोहब्बत की दुकान' में चीनी गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं। बता दें कि इससे पहले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया था। दुबे ने कहा था कि 2004 से 2014 की अवधि के दौरान "जब भी भारत को परेशानी का सामना करना पड़ा" कांग्रेस पार्टी को चीन से पैसा प्राप्त हुआ। बता दें कि, कोंग्रस के नेतृत्व वाले राजीव गांधी फाउंडेशन ने 2005-06 की अपनी सालाना रिपोर्ट में बताया था कि, उसे चंदे के रूप में चीन से 1 करोड़ 35 लाख रुपए मिले थे। 

निशिकांत दुबे ने न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित एक लेख का हवाला देते हुए दावा किया कि कुछ मीडिया आउटलेट भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए बाहरी ताकतों के साथ सहयोग कर रहे हैं। दुबे ने यह भी आरोप लगाया कि चीन, भारत सरकार का विरोध करने के इरादे से कांग्रेस पार्टी को वित्तीय सहायता प्रदान कर रहा है। उन्होंने यह भी दावा किया कि नरेंद्र मोदी सरकार का सक्रिय विरोध करने के लिए कांग्रेस नेताओं ने 2016 में चीनी अधिकारियों से गुपचुप मुलाकात की थी। दुबे ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की नफरत की दुकान में चाइनीज सामान बिक रहा है। 

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