बीजिंगः ब्रह्मपुत्र नदी जिसको चीन में यारलुंग तसांगपो कहा जाता है को लेकर चिंता जताई जा रही है कि अगर ब्रह्मपुत्र नदी पर बनी कृत्रिम झीलें टूटती हैं तो इनसे निकलने वाले पानी से भारत में बाढ़ का खतरा है. बता दे कि पिछले महीने तिब्बत में 6.4 तीव्रता के भूकंप से भूस्खलन के बाद ब्रह्मपुत्र नदी में तीन बड़ी कृत्रिम झील बन गई हैं। हालांकि इन झीलों के आकार और इनमें मौजूद पानी के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन यह चिंता ज़रूर है कि अगर ये झीलें टूटती हैं तो इनसे निकलने वाले पानी से अरुणाचल प्रदेश और असम में नदी के किनारे रहने वाले लाखों लोग प्रभावित हो सकते हैं. चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि भारत-चीन सीमा के पूर्वी क्षेत्र में सेटेलाइट से पता लगाया गया है कि इन झीलों का निर्माण प्राकृतिक कारणों से हुआ है, न कि मानव द्वारा अंजाम दी गई घटना नहीं है।। उन्होंने सेटेलाइट से झील का पता लगने का जिक्र करते हुए ये बातें कहीं। उन्होंने कहा, 'हम आशा करते हैं कि भारतीय मीडिया इस मामले में निराधार आकलन नहीं करेगा।' प्रवक्ता ने कहा कि चीनी अधिकारी इस मुद्दे पर भारतीय पक्ष के साथ संपर्क बनाए रखेंगे। ऑनलाइन नीलाम होगी 39 मंजिला इमारत चीन ने दक्षिण चीन सागर पर 2017 में बढ़ाया नियंत्रण भूकम्प से बनी झीलों के मामले में चीन भारत के संपर्क में