भोपाल: देश एक तरफ कोरोना से जूझ रहा है और दूसरी तरफ चीन की ओर से भारतीय सीमा पर हमला करने से देश में आक्रोश का माहौल बन गया है. हमला करने से नाराज लोगों ने चीन में निर्मित वस्तुओं का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है. चीन के वुहान शहर से दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस को लेकर लोगों में पहले से ही गुस्सा है. अब भारत की सीमा पर किए गए हमले से लोगों ने चीन की वस्तुओं के बजाय विकल्प के रूप में स्वदेशी वस्तुओं को खरीदना शुरू कर दिया है. इसके चलते चीन में बने बच्चों के खिलौने, इलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रिकल की वस्तुएं खरीदने से भी लोग तौबा कर रहे हैं. इसका असर अब शहर के बाजारों में नजर आने लगा है. लॉकडाउन के पहले शहर के बाजारों में 45 फीसद वस्तुएं चीन की बिक रही थीं, अब 15 प्रतिशत घटकर 30 फीसद बिक्री रह गई है. आपको बता दें की इसमें बच्चों के खिलौने और इलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रिकल्स की वस्तुएं 80 फीसद होती हैं. हालांकि, चीन में निर्मित उपकरणों के उपयोग में कोई कमी नहीं आई है. चीन से नया कच्चा माल व वस्तुएं मुंबई, दिल्ली के बड़े थोक बाजारों में नहीं आ रही हैं. जितना स्टॉक है, वो ही उपकरण, गाड़ियां, मोबाइल व ट्रांसफार्मर इस्तेमाल हो रहे हैं. उद्योगपति चीन से आने वाले उपकरणों को भारत में बनाने के लिए सरकार से मदद मांग रहे हैं. सभी जरूरी उपकरण व वस्तुएं भारत में ही बनने लगें और कम दाम पर मिलने लगेंगी तो चीन की वस्तुओं की निर्भरता खत्म हो जाएगी. वहीं, भोपाल में 20 करोड़ रुपये का चीन की वस्तुओं व उपकरणों का रोज कारोबार होता था. अब कारोबार 7 करोड़ पर रह गया. भोपाल में देर शाम 6 घंटे में 8.4 सेमी हुई बारिश, इस माह का कोटा हुआ पूरा राजस्थान से मध्य प्रदेश के लिए रवाना हुआ टिड्डी दल, भोपाल में तीन दिन में पहुंचने की आंशका भोपाल में बैंक, बिजली और ऊर्जा विभाग के दफ्तर में पहुंचा कोरोना, 52 नए पॉजिटिव मिले