देहरादून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात के बाद जहाँ भारत-चीन के संबंधों में मधुरता आने की उम्मीद की जा रही है, वहीं उत्तराखंड के चमोली में भारत-चीन सीमा पर चीनी सैनिकों के घुसपैठ की खबर आ रही है. सूत्रों की मानें तो जुलाई के महीने में चीन के सैनिकों ने पांच बार बाड़ाहोती क्षेत्र में घुसपैठ की है. स्थानीय भेड़ पालकों ने बताया कि चीनी सैनिकों ने उन्हें वापिस लौट जाने का इशारा भी किया था. डोकलाम सीमा में फिर घुस आया चीन हालांकि, चमोली की जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने इन ख़बरों को सिरे से ख़ारिज करते हुए कहा है कि इस तरह की कोई घटना उनके संज्ञान में नहीं आई है. लेकिन उन्होंने ये बात स्वीकार की नियमित गश्त के तौर पर गुरुवार को बाड़ाहोती क्षेत्र में प्रशासन की टीम भेजी गई है. बाड़ाहोती क्षेत्र में घुसपैठ का यह पहला मामला नहीं है। पिछले साल जुलाई में भी ऐसी घटना सामने आई थी, तब दो सौ चीनी सैनिक करीब दो घंटे तक भारतीय सीमा में रहे थे. डोकलाम में 2017 के बाद कोई चीनी गतिविधि नहीं- वीके सिंह आपको बता दें कि 2017 में डोकलाम इलाके में भी ऐसी ही घटना हुई थी, उस समय भी रोज़ाना खबर आ रही थी कि चीनी सेना रोज़ाना भारतीय सीमा के भीतर घुसती जा रही है, लेकिन प्रशासन इस बात को नकारता रहा. इसके बाद जब डोकलाम में चीनी सेना ने सड़क बना ली तब बड़ी मशक्कत के बाद भारतीय सेना चीनियों को वापिस खदेड़ने में कामयाब हुई थी. अब देखते हैं इस मामले में प्रशासन की आँख कब खुलती है. खबरें और भी:- कैलाश मानसरोवर यात्रा: क्या यही है चीन की दोस्ती महाराष्ट्र में बड़ी बस दुर्घटना, सभी यात्री मृत डाटा चुराया, तो चुकाना पड़ेगा 15 करोड़ का जुर्माना