चीनी वीज़ा घोटाला: कभी भी हो सकती है कार्ति चिदंबरम की गिरफ़्तारी, अग्रिम जमानत याचिका ख़ारिज

नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। चीनी वीजा घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है। इस बीच शुक्रवार को CBI की स्पेशल कोर्ट में कार्ति चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका ठुकरा दी है। मई महीने में CBI की टीम कार्ति के करीबी सहयोगी भास्कर रमन को अरेस्ट कर चुकी है।

बता दें कि जांच एजेंसी ने भास्कर रमण से बीते मंगलवार को पूछताछ के बाद उन्हें अरेस्ट कर लिया था। दरअसल, पंजाब में एक बिजली कंपनी में नौकरी करने वाले 250 चीनी नागरिकों को गृह मंत्रालय की ओर से वीजा जारी किया गया। केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) इस केस की जांच कर रही है। यह मामला वर्ष 2011 का है। चीनी नागरिकों को वीजा एक महीने के अंदर जारी किया गया जो कि निर्धारित सीमा से अधिक था।

CBI ने अपने बयान में आरोप लगाया है कि चेन्नई में एक व्यक्ति और बिजली कंपनी के अधिकारी के बीच मुलाकात के बाद वीजा के लिए अर्जी दी गई थी। CBI का आरोप है कि उस वक़्त पी चिदंबरम कांग्रेस के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में मंत्री थे और कार्ति चिदंबरम की मदद से यह वीजा जारी कराए गए।

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