जैसे ही मौसम बादकता है वैसे ही लोग बीमार होने लगते हैं. कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें जरा से मौसम के बदलाव से ही बुखार आ जाता है. वो अंदर से काफी कमज़ोर होते हैं और उनके शरीर भी अंदर से कमज़ोर होता है. लेकिन अगर आप बार बार डॉक्टर के पास नहीं जा सकते तो हम आपको बता देते हैं कुछ घरेलु उपाय जिससे आपको डॉक्टर की दवाई नहीं लेनी पड़ेगी लेकिन घर की चीज़ कहानी पड़ेगी जिससे आपकी बीमारी दूर होगी. आइये हम बता देते हैं कैसे घर पर ही ठीक हो सकते हैं आप. दरअसल यह कड़वा चिरायता एक जड़ीबूटी है जो कुनैन की गोली से अधिक प्रभावी होती है. पुराने ज़माने में इसे घरो में सूखा कर तैयार किया जाता था लेकिन आजकल यह बाजार में पिसा हुआ ही उपलब्ध हो जाता है. इसे आप उपयोगी चीज़ों से घर बैठे ही चिरायते को बना सकते है. जानिए कैसे बनाएं इसे- घर में ऐसे बनाएं : 100 ग्राम सूखी तुलसी के पत्ते का चूर्ण, 100 ग्राम नीम की सूखी पत्तियों का चूर्ण और 100 ग्राम चिरायते की सूखी टहनी का चूर्ण. अब इन तीनों को समान मात्रा में लेकर मिला लीजिये और डिब्बे में भर कर रख लीजिए. इस चूर्ण का उपयोग मलेरिया या अन्य बुखार होने की स्थिति में दिन में तीन बार दूध के साथ करे. इसका सेवन करने से मात्र दो दिन में आपको आश्चर्यजनक फायदे दिखने लगेंगे. यदि आपको बुखार नहीं है तो भी आप इसका प्रतिदिन एक चमच सेवन कर सकते है. चिरायते का चूर्ण हर प्रकार की बीमारी चाहे वह स्वाइन फ्लू ही क्यों ना हो, उसे शरीर से दूर कर देता है. इसका सेवन करने से शरीर के सारे रोगाणु-कीटाणु दूर हो जाते है. रक्त एवं त्वचा संबंधी समस्त विकार दूर होते हैं. गर्भवती महिला और कमजोर पाचन शक्ति के लोग इसका सेवन बिना परामर्श के न करे. फेफड़े की समस्या को दूर करता लहसुन त्वचा में निखार के साथ ही बालों के लिए भी सहायक है मुल्तानी मिट्टी सीताफल के साथ उसके बीज भी शरीर की इन कमियों को करते हैं पूरा