मुंबई. मुंबई में पिछले कई दशकों से एक ऐसा मार्केट लगता आ रहा है जो तड़के 4 बजे लगता है और सुबह 8 बजे तक बंद हो जाता है. हम बात कर रहे हैं कमाठीपुरा इलाके के डेढ़ गली में लगने वाले सीक्रेट मार्केट की जो देश के सबसे बड़े चोर बाजार के रूप में फेमस है. लोग बताते हैं कि इस मार्केट की शुरुआत 1950 में हुई थी. शुरुआती दौर में यह बाज़ार सिर्फ शुक्रवार को लगा करता था, लेकिन अब मार्केट गुरुवार और शुक्रवार, दो दिन लगता है. यहां मुंबई के आसपास की छोटी फैक्ट्रियों से थोक में सामान आता है,जिसे कम दाम में इस मार्केट में बेचा जाता है. कुछ ब्रांडेड कंपनियों के डिफेक्टिव सामान खरीदकर उन्हें रिपेयर कर व्यापारियों द्वारा यहां आधी कीमत में बेचा जाता है. लोगों की मानें तो 8 हजार रुपए कीमत वाला नाइक का एयर मैक्स 2014 स्पोर्ट्स रनिंग शू यहाँ करीब 1500 रुपए में मिल जाता है. शुरूआती समय में इस मार्केट में केवल चोरी का सामान बिकता था, इसीलिए इसका नाम चोर बाज़ार पड़ गया. लेकिन वक्त के साथ इस बाज़ार में भी बदलाव आया है और अब यहां कई छोटी कंपनियों और चाइना का बना सामान भी कम कीमतों में उपलब्ध है. मार्केट में सैकड़ों की तादाद में व्यापारी सामान बेचने आते हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार यहां एक दिन में 15 से 20 करोड़ रुपए तक का बिजनेस होता है. छोटे शहरों के व्यापारी इस बाज़ार से कम कीमत में सामान खरीदने आते रहते हैं. मशीन में फंसकर फार्म हॉउस के मालिक की दर्दनाक मौत दूरसंचार घोटाले में ताइवान के 13 नागरिक सहित 33 लोगों को जेल मेलबर्न में लोगों को कुचलने के जुर्म में दो गिरफ्तार