इस्लामाबाद: पाकिस्तान में अल्पसंखयक समुदाय पर अत्याचार कोई नई बात नहीं है, लेकिन अब इसने विकराल रूप ले लिया है, वहां सिर्फ हिन्दू ही नहीं, बल्कि ईसाई समुदाय भी इस्लामी चरमपंथियों के अत्याचारों से त्रस्त है. पाकिस्तान के ही एक ईसाई नेता ने इसकी पुष्टि की है, उन्होंने कहा है कि 30 मार्च के बाद से अब तक नकाबपोश सुरक्षा अधिकारी उनके समुदाय के 24 युवकों को कराची के पास से उठा ले गए हैं. ईसाई नेताओं ने इस मामले में कराची इंस्पेक्टर जनरल ईस्ट कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से शुक्रवार को मुलाकात भी की थी, ईसाई नेतों ने कहा था कि युवकों के लापता होने का सिलसिला 30 मार्च से शुरू हुआ है और उसी दिन छह युवकों को उठा लिया गया था. इसके बाद अब तक करीब 24 युवक इसी तरह से उठा लिए गए हैं. यहां के निवासियों के मुताबिक सुरक्षा बल जैसे दिखने वाले अधिकारी रात में मास्क पहनकर आते हैं. उनके कार में लाइसेंस प्लेट नहीं होता है. वह दरवाजों पर दस्तक देते हैं और घरों में घुस आते हैं. प्रभावित परिवारों ने दावा किया है कि जिन 14 युवकों को 8 मई को गिरफ्तार किया गया था, वह अब भी लापता हैं. आपको बता दें कि आतंक की पनाहगाह पाकिस्तान में इस तरह कि घटनाएं आए दिन होती रहती हैं, यहाँ कट्टर मुस्लिम समुदाय, इतर धर्म के लोगों को इस्लाम क़ुबूल करने पर विवश करता है, यहाँ तक कि इसके लिए वे लोग क्रूरता तक का सहारा लेते हैं . आतंकियों ने कुलगाम सेक्‍टर के बैंक में की लूटपाट इन वजहों से पाकिस्तान सेना पर हमेशा भारी रही है भारतीय सेना पंजाब के 14 जेल अधिकारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई